लदरौर की बस कब आएगी…वर्षों से इंतजार

खरवाड़ पंचायत के रमेहड़ा को आज तक उपलब्ध नहीं हो पाई एचआरटीसी बस सेवा, अरसे से लोगों को दिक्कतें

निजी संवाददाता -लदरौर
ग्राम पंचायत खरवाड़ के अंतर्गत आने वाला गांव रमेहड़ा आजादी के 75 साल बाद भी सरकारी बस सुविधा से पिछड़ा हुआ है। गांव में 20 साल पहले हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस चलती थी वह किसी कारणवश बंद हो गई थी। गांव के लोग सुबह अपने कार्यालयों को पैदल जाते हैं। बच्चे स्कूल पैदल जाते हैं व युवा कालेज तक पहुंचने के लिए करीब छह किलोमीटर पैदल चलते हैं। लोगों का कहना है कि यह इलाका बहुत की सुनसान और जंगल से भरा है। इस वजह से छात्राओं को सुबह-शाम भय महसूस होता है। तेंदुए का खौफ भी क्षेत्र में बहुत अधिक है। लोगों को जिला अस्पताल, डिस्पेंसरी जाने के लिए मरीजों को निजी गाड़ी करनी पड़ती है। निजी गाड़ी वाले भी अपनी मनमर्जी के अनुसार रेट वसूलते हैं। गरीब लोग बिना बस की सुविधा से असहाय महसूस करते हैं। यहां टिक्कर से वाया लरहाना, जख्योल, रमेहड़, कोहलवीं, समलोग, सुलखान, बेहड़वीं के पांच हजार लोग सरकारी बस की सुविधा से वंचित हैं।

सरकारें व विधायक आज विकास के बड़े-बड़े दावे करती है, उनसे यह सवाल है कि आखिर कब तक इलाके के लोग बस सेवा से वंचित रहेंगे? पिछले 15 वर्षों से सरकारों और विधायकों का ध्यान इस ओर खींचा गया, परंतु खोखले वादों के सिवाए कुछ भी हासिल नहीं हुआ। सरकारी बस की सुविधा ना होने के कारण क्षेत्र के लोगों में भारी रोष है। लोगों का कहना है कि अगर आवश्यकता पड़ी, तो आने वाले चुनावों का बहिष्कार भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो हमारी समस्या का समाधान करेगा हम उसे पूरा समर्थन देंगे। मांग का समर्थन तमाम ग्रामवासियों, ग्राम सुधार सभा रमेहड़ा, मंदिर कमेटी रमेहड़ा, युवक मंडल जख्योल, कोहलवीं, बेहड़वीं, लरहाना, सरलोग, सुलखान वासियों ने किया है, साथ ही क्रांति महिला मंडल रमेहड़ा प्रधान कर्मी देवी, युवक मंडल प्रधान पुनीत गौत्तम, सचिव नमन गौत्तम ने एचआरटीसी के उपमंडलीय प्रबंधक विवेक लखनपाल से संबंधित क्षेत्र में जल्द से जल्द निगम की बस सुविधा चलाने की मांग की है।

20 साल से एचआरटीसी की बस सेवा बंद
पिछले 15 वर्षों से सरकारों और विधायकों का ध्यान इस ओर खींचा गया, परंतु खोखले वादों के सिवाए कुछ भी हासिल नहीं हुआ। सरकारी बस की सुविधा ना होने के कारण क्षेत्र के लोगों में भारी रोष है। आजादी के 75 साल बाद भी सरकारी बस सुविधा से पिछड़ा हुआ है। गांव में 20 साल पहले हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस चलती थी वह किसी कारणवश बंद हो गई थी।