रोबोटिक्स-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सीखेंगे छात्र
आईआईटी मंडी 11वीं-12वीं छात्रों के लिए जुलाई में लगाएगी फ्री समर कैंप
दिव्य हिमाचल ब्यूरो — मंडी
आईआईटी मंडी की ओर से अपने कैंपस में रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का समर कैंप आयोजित किया जाएगा। यह कैंप हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम शिमला के सहयोग से जुलाई में आयोजित किया जाएगा। इसमें विद्यार्थियों को रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सीखने का पूरा अवसर मिलेगा। विद्यार्थियों को तेजी से उभरते इस क्षेत्र की बुनियादी जानकारी के साथ प्रायोगिक अनुभव का लाभ दिया जाएगा। चुने गए सौ विद्यार्थियों के लिए यह बुनियादी सिद्धांत सीखने और कल्पना को वास्तविक जीवन के प्रोजेक्ट में साकार करने का अवसर होगा। हिमाचल प्रदेश के मान्यता प्राप्त स्कूलों के कक्षा 11 और 12 के सभी विद्यार्थी कैंप के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। कैंप के लिए नामांकन केवल स्कूलों के माध्यम से स्वीकार किए जाएंगे। व्यक्तिगत आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा। प्रवेश परीक्षा पहली मई को होगी। यह बारहवीं स्तर के गणित, भौतिकी और जेनरल एप्टिच्यूड की परीक्षा होगी। परिणाम मई के अंतिम सप्ताह में घोषित किए जाएंगे, जिनके आधार पर कैंप के लिए विद्यार्थी चुने जाएंगे।
चुने गए विद्यार्थियों को आईआईटी मंडी कैंपस में छोटी अवधि के प्रशिक्षण कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा। कैंप के दौरान विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट डिवेलपमेंट करने का अवसर मिलेगा। सतत शिक्षा केंद्र आईआईटी मंडी के प्रमुख डा. तुषार जैन ने स्कूल के विद्यार्थियों के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी मंडी के सतत शिक्षा केंद्र द्वारा संस्थान के अंदर समर कैंप लगाने की सहर्ष घोषणा की। इसमें विद्यार्थियों को उत्कृष्ट मेंटरों से सीखने का अवसर मिलेगा। प्रौद्योगिकी का उपयोग कर जिंदगी बेहतर बनाने के लिए इनोवेशन और प्रोडक्ट विकास करने का यह अभूतपूर्व अवसर है। डा. तुषार जैन ने बताया कि आज हम जो प्रोडक्ट बाजार से खरीदते और दैनिक जीवन में उपयोग करते हैं, उनका आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सिस्टम में स्मार्टनेस आमतौर पर अभिन्न अंग होते हैं। इनके बिना सब कुछ गुजरे जमाने का लगता है। उन्होंने बताया कि समर कैंप दो चरणों का होगा। चरण एक में शिक्षकों और विद्यार्थियों का मेंटरशिप आधारित प्रोग्राम होगा। दूसरे चरण में विद्यार्थियों को इनोवेटिव प्रोजेक्ट करने को मिलेगा। प्रोग्राम पूरा करने पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त एक प्रतियोगिता आयोजित कर सर्वश्रेष्ठ तीन प्रोजेक्ट को पुरस्कृत किया जाएगा।