मूरंग में मानवता की मिसाल

सतलुज नदी के किनारे दलदल में फंसे बेजुबान को युवाओं ने निकाला

मोहिंद्र नेगी — रिकांगपिओ
एक ओर जहां मनुष्य निर्दयी व हिंसक प्रवृत्ति का बनता जा रहा है। वहीं, दूसरी तरफ कुछ लोग मानवता को जिंदा रखने के लिए अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। ऐसा ही उदाहरण मंगलवार को मूरंग तहसील के अंतर्गत मूरंग पुल के पास देखने को मिला, जब कुछ युवाओं ने दलदल में फंसे एक पशु को सुरक्षित दलदल से निकाला। जानकारी के अनुसार मंगलवार को मूरंग गांव में कुछ युवा गांव की और निकल रहे थे कि अचानक उनकी नजर मूरंग पुल के समीप सतलुज नदी के किनारे दलदल में फंसे एक बेजुबान पशु पर गई। बेजुबान पशु को इस स्थिति में देखकर युवा मोर्चा के कार्यकर्ता सतलुज नदी की ओर दौड़े तथा जब वे उस बेजुबान पशु के समीप पहुंचे, तो उसकी स्थिति देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि यह बेजुबान पशु कई दिनों से इस दलदल में फंसा हुआ है तथा वह उस स्थान से हिल भी नहीं पा रहा था।

भाजयुमो जिला महामंत्री मनोज व पूह मंडल भाजयुमो अध्यक्ष ललित खोजान तथा विक्की सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने बिना समय गवाएं दलदल में फंसे बेजुबान को निकालने का कार्य शुरू किया तथा कुछ समय बाद सभी ने मिलकर कई दिनों से दलदल में फंसे बेजुबान पशु को सुरक्षित बाहर निकाल कर भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने मानवता धर्म निभाते हुए जीती जागती मिसाल पेश की। (एचडीएम)