मक्की की फसल को कीड़ों से ऐसे बचाएं किसान

निजी संवाददाता — कोटली
सदर विस क्षेत्र के तहत कोटली तहसील में शनिवार को कृषि विभाग विकास खंड सदर जिला मंडी से कृषि विभाग की टीम ने ग्राम पंचायत कोटली, कोट, भरगांव, द्रूब्बल के किसानों को मक्की में लगने वाले कीड़े के प्रकोप से फसल को बचने के लिए जागरूक किया, जिसमें कि इन पंचायतों के प्रधान वह वार्ड सदस्यों ने भी भाग लिया, जिससे वह अपनी पंचायतों के किसानों को इससे बचाव का तरीका बता सकें। पिछले वर्ष भी इन पंचायतों के किसानों को मक्की की फसल आर्मीवर्म कीड़े द्वारा मक्की की फसल को बहुत नुकसान पहुंचाया था। इसलिए इस वर्ष कृषि विभाग समय पर ही किसानों को इससे बचाव के लिए जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें किसान को कोरोजन का प्रथम प्रयोग बुवाई के दस दिनों के बाद करना चाहिए, जब दो-चार पत्तियां आ जाती हैं तथा दूसरा छिड़काव प्रथम छिड़काव के दस से 12 दिनों के बाद करें। इसमें ड्रेंच और फ्लोनियर दोनों विधि अपनाएं कोरोजन का प्रयोग 80 एमएल और 200 लीटर एक एकड़ में छिड़काव करें।

कृषि विशेषज्ञ आरसी चौधरी, कृषि प्रसार अधिकारी कोटली कुशाल, ग्राम पंचायत कोटली के प्रधान निशा देवी, उपप्रधान मोहन सिंह, किसान युनियन सदर ब्लॉक प्रधान लाभ सिंह, तारा देवी, प्रधान ग्राम पंचायत कोर्ट उपप्रधान विजय कुमार, ग्राम पंचायत बडग़ांव के प्रधान नेता राम, उपप्रधान भारत, ग्राम पंचायत दुर्बल की प्रधान रेखा देवी व इन सभी ग्राम पंचायतों के सदस्य इस शिविर पर मौजूद रहे, जिन्हें फसल पर छिड़काव व दवाइयों की जानकारी विस्तार रूप से दी गई, जिससे वह अपनी पंचायतों में लोगों को अधिक से अधिक जागरूक कर सके। कोटली पंचायत के उपप्रधान मोहन सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष तुंगल क्षेत्र में मक्की की फसल में कीड़ा लगने की बजह से पूरे क्षेत्र की फसल बर्बाद हो गई थी, जिस वजह से लोगों को बहुत नुकसान हुआ और खेतों पर दोबारा मक्की की बुआई करनी पड़ी। कोटली में पिछली बार बीज की भारी किल्लत रही थी। जिससे कोटली में लंबी-लंबी कतारों में खड़े होकर लोगों को बीज लेना पड़ा था। प्रधान मोहन सिंह ने आरसी चौधरी एग्रीकल्चर विभाग का धन्यवाद किया।