सातवें वेतन आयोग के लिए प्रदर्शन

डिग्री कालेज कंडाघाट में प्राध्यापक संघ ने गेट मीटिंग में उठाई मांग, सिफारिशें जल्द लागू करने का किया आग्रह

स्टाफ रिपोर्टर- कंडाघाट
डिग्री कॉलेज कंडाघाट में बुधवार को राजकीय महाविद्यालय प्रध्यापक संघ हिमाचल प्रदेश की केंद्रीय कार्यकरणी के आह्वाहन पर महाविद्यालय की राजकीय महाविद्यालय प्रध्यापक संघ के इकाई अध्यक्ष डॉ बीएन कमल की अध्यक्षता में गेट मीटिंग व धरना प्रदर्शन किया गया। यह धरना प्रदर्शन विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सातवें वेतन आयोग को लागू करने के संदर्भ में था। इस गेट मीटिंग व धरना प्रदर्शन के दौरान सरकार से मांग की गई कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सातवें वेतन आयोग को देश के अन्य राज्यो की भांति हिमाचल प्रदेश के विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के प्रध्यापकों को जल्द से जल्द दिया जाए। इस धरना प्रदर्शन में महाविद्यालय के सभी प्रध्यापको ंंने भाग लिया। जिनमे डॉ आरती शर्मा, डॉ सविता, डॉ बीएन कमल, डॉ बीमा,डॉ राजलक्ष्मी, डॉ राजेन्द्र, डॉ रविंदर,डॉ मृणालिनी,डॉ शिल्पा व अन्य उपस्थित रहे।

मांगें न मानीं तो 30 से क्रमिक अनशन शुरू
नालागढ़। 25 मई। हिमाचल प्रदेश राजकीय प्रध्यापक संघ की स्थानीय कार्यकरिणी द्वारा राजकीय महाविद्यालय नालागढ़ मे भूख हड़ताल के बाद बुधवार को गेट मीटिंग जारी रखी। प्रो. शुक्ला रानी व प्रो. शालिनी धर्मानी की अध्यक्षता मे संपन्न हुई गेट मीटिंग में प्रोफेसर कमलेश रानी, सपना पंडित, शशि कुमार, अनुज साहनी, जसवंत, हरविंदर, नरेश, दीपक, अनिता, ममता, ऋषि जेराथ, अंचला ठाकुर, श्वेता, बंदना, सुदेश कुमारी तथा लतेश्वरी आदि उपस्थित रहे। प्रो. शुक्ला रानी व प्रो. शालिनी धर्मानी ने कहा कि देश के 27 राज्योंं में सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को कई वर्ष पहले लागू कर दिया गया है। परंतु पंजाब व हिमाचल के कॉलेज व विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों को इससे आज तक वंचित रखा गया है। उन्होने कहा कि महाविद्यालय के शिक्षकों नें एमफिल, तथा पीएचडी के लाभ, अनुबंध काल को सेवा काल में गिनने की रखी।