गुणात्मक शिक्षा हर बच्चे का अधिकार, एनआईटी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर सजी कार्यशाला में बोले राज्यपाल
दिव्य हिमाचल ब्यूरो-हमीरपुर
गुणात्मक शिक्षा का अधिकार हर बच्चे को मिलना चाहिए। यह हमारा कत्र्तव्य है कि उसे इस अधिकार को देने में सहयोग करें। यह कहना है राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का। राज्यपाल मंगलवार को हमीरपुर स्थित एनआईटी में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा ”शिक्षा का अधिकार अधिनियम एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति विषय पर आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला के समापन अवसर पर बोल रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को विद्यार्थियों को केंद्र में रखकर तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक देश में शिक्षा के क्षेत्र में अधोसंरचना विकास की बात होती रही लेकिन वास्तव में विद्यार्थियों के व्यक्तिगत विकास पर व्यावहारिक कार्य नहीं किया गया।
उन्होंने राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि आने वाली पीढ़ी को साक्षर नहीं बल्कि शिक्षित करने की आवश्यकता है, जो केवल चार दीवारी के अंदर नहीं दी जा सकती। इस बात पर शिक्षा नीति जोर देती है। आर्लेकर ने कहा कि कोई भी भाषा व्याकरण के आधार पर पढ़ाई नहीं जा सकती। सुनकर ही व्यक्ति भाषा को सीखता है। इसलिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में ‘श्रुति पर अधिक बल दिया गया है। इस अवसर पर हमीरपुर की उपायुक्त देवश्वेता बनिक, एसपी डा. आकृति शर्मा, आयोग की अध्यक्ष वंदना योगी, विद्या भारती, उत्तर क्षेत्र के सचिव देशराज तथा अन्य गणमाय व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App