चेतावनी…मांगें मानों, नहीं तो करेंगे स्ट्राइक

By: May 15th, 2022 12:45 am

बिरोजा व तारपीन कारखाना में कर्मचारियों की मांगें हो रही दरकिनार; वर्करों का आरोप, सात करोड़ मुनाफा होने के बाद भी नहीं मिल रही सुविधाएं

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-बिलासपुर
बिरोजा व तारपीन कारखाना वर्कर यूनियन ने प्रबंध निदेशक द्वारा कारखाना कर्मचारियों की मांगों को दर किनार पर रोष व्यक्त किया है। यूनियन ने चेताया है कि यदि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो कारखाना में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। यह निर्णय यूनियन के पदाधिकारियों ने यूनियन अध्यक्ष बाबू राम चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित आपातकालीन बैठक में लिया है। बैठक के दौरान बिरोजा व तारपीन वर्कर यूनियन द्वारा पहले दिए गए मांग पत्र पर गहनता से चर्चा की गई, जिसमें टेक्रीशियन स्केल-पे को प्रमुखता से उठाया गया। यूनियन के अध्यक्ष बाबू राम चौधरी ने बताया कि कारखाना में हुए वार्षिक रोंजिन का उत्पादन लगभग 32392 क्विंटल किया गया है। जबकि तारपीन तेल की मात्रा 681505 लीटर का उत्पादन किया गया है। उन्होंने बताया कि उत्पादित किए मैटीरियल से इस वर्ष 44 करोड़ का व्यापार किया गया है, जिसमें कारखाना को इस वर्ष सात करोड़ का मुनाफा मिला है। उन्होंने बताया कि इतना मुनाफा होने के बाद भी प्रबंध निदेशक द्वारा कारखाना कर्मचारियों की मांगों को दर-किनार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टेक्रीशियन स्केल की फाइल पिछले एक वर्ष से हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्य वन सचिव के पास पड़ी है। उन्होंने बताया कि मुख्य वन सचिव द्वारा वन विकास निगम के प्रबंध निदेशक को उपरोक्त स्केल के बारे में पांच बार पत्राचार किया है, जबकि प्रबंध निदेशक द्वारा अभी तक इन पत्राचारों का कोई भी जवाब नहीं दिया जा रहा है।

इसके साथ ही वन मंत्री राकेश पठानिया ने भी इन स्केलों के बारे में कई बार पत्राचार कर चुके हैं, जिस कारण यूनियन ने सामूहिक तौर पर प्रबंध निदेशक के खिलाफ भारी नाराजगी जताई है। उन्होंने बताया कि कारखाना अधिनियम 1948 व 1947 के तहत यूनियन ने 14 दिन का स्ट्राइक नोटिस देने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि कारखाना में काफी समय से रिक्त पड़े अकुशल श्रमिक के पदों को करूणामूलक आधार पर 13 अप्रैल को 34 पदों से भरा गया है। उन्होंने बताया कि इस कारखाना में डयूटी ज्वाइन करने के लिए लोग जिला चंबा, कांगड़ा, मंडी, सुंदरनगर, रोहड़ू, रामपुर, चोपाल व सोलन आदि जगह से आ रहे हैं और ज्वाइन करने के एक दो दिन के बाद प्रबंध निदेशक द्वारा इन लोगों को तबादला आदेश किए जा रहे हैं, बजकि बिरोजा व तारपीन कारखाना के अकुशल व अर्धकुशल के पद व वन विकास निगम में कारखाना के सिवाए कहीं पर नहीं है। फिर भी कानून की अवहेलना करके तबादले किए जा रहे हैं। इस मौके पर सचिव भोला दत्त, मुख्य सलाहकार नरेश कुमार, कोषाध्यक्ष संजीव कुमार, वरिष्ठ उपप्रधान प्यार सिंह व यूनियन के सदस्य मौजूद रहे।

मांगें न मानने पर बंद कर देंगे काम
उन्होंने बताया कि प्रबंध निदेशक द्वारा कारखाना कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है। जिसके चलते यूनियन ने फैसला किया है कि यदि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया तो कारखाना में धरना प्रदर्शन व कारखाना व उत्पादन का कार्य भी बंद किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी मुख्यालय की होगी।


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