तारों के जंजाल से जल्द मुक्त होगा धर्मशाला

100 करेाड़ के प्रोजेक्ट की टेंडर प्रक्रिया पूरी, अब स्मार्ट सिटी में बीओडी अप्रूवल के बाद शुरू होगा काम

दिव्य हिमाचल ब्यूरो – धर्मशाला
धर्मशाला शहर में बिजली की तारों के जंजाल से जल्द राहत मिल सकती है। इस बड़ी एवं महत्वकांक्षी परियोजना पर करीब 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे। बिजली बोर्ड ने टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। अब स्मार्ट सिटी परियोजना ने भी अधिकतर औपचारिक्ताएं पूरी कर ली हैं। कुछ दिनों में स्मार्ट सिटी बीओडी से अपरूवल मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। लंबे समय से चल रही प्रक्रिया के तहत अब बिजली बोर्ड ने इसके लिए टेंडर प्रक्रिया को पूरा कर लिया है। ऐसे में अब बोर्ड को स्मार्ट से अप्रूवल का इंतजार है। उधर स्मार्ट की ओर से भी शहर के दोनों और बड़ी नालियां बनाकर उनमें तारों को ले जाने की योजना तैयार की गई है।

ऐसे में तमाम सारे तकनीकी पहलुओं के अध्ययन के बाद शहर में तारों के जंजाज से राहत मिलने की उम्मीद जगी है। स्मार्ट सिटी के कार्यों पर तेजी से काम किया जा रहा है। बिजली की तारों को अंडर ग्राउंड करने के विषय के लिए बिजली बोर्ड ने टेंडर कर दिया है। अब स्मार्ट सिटी बीओडी से अप्रूवल मिलना बाकी है। तारों को अंडर ग्राउंड करने का विषय बहुत समय पहले से उठाया जा रहा है, लेकिन अभी तक मामला लटका हुआ था। क्षेत्र के बुद्धिजीवी लोगों का कहना है कि सडक़ के साथ लगते खंभों को रंग कर दिया गया है, लेकिन आसमान की ओर नजर भर कर देंखेें तो तारों के जाल ज्यादा देखने को मिलते हैं।

पर्यटक नगरी में आने वाले सैलानी भी तारों के जंजाल को देख कर खूब हैरान होते हैं। उधर स्मार्ट सिटी परियोजना के प्रबंधक एवं नगर निगम के कमिश्नर प्रदीप ठाकुर का कहना है कि यह स्मार्ट सिटी का बड़ा प्रोजेक्ट है। इसके लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं। तमाम औपचारिक्ताएं पूरी कर ली गई हैं अब बीओडी की अप्रूवल के बाद काम शुरू हो सकता है। उधर बिजली बोर्ड के अधिशाषी अभियंता विकास ठाकुर ने बताया की बिजली की तारों को अंडरग्राउंड करने के कार्य पर निरंतर प्रयास किया जा रहा है बिजली बोर्ड की तरफ से टेंडर कर दिया गया है। अब स्मार्ट सिटी की तरफ से अप्रूवल मिलना बाकी है। जैसे ही स्मार्ट सिटी की तरफ से अप्रूवल मिल जाएगा, तारों को अंडरग्राउंड करने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू कर दी जाएगी।