कमरुनाग झील में आज चढ़ेगा सोने-चांदी का चढ़ावा

श्रीदेव कमरुनाग के सरानाहूली मेले को जुटी श्रद्धालुओं की भीड़, पुत्र प्राप्ति के बाद यहां किए जाते हंै सामूहिक मुंडन संस्कार

रमेश शर्मा — गोहर
मंडी जनपद के अधिष्ठाता श्रीदेव कमरुनाग का दो दिवसीय सरानाहूली मेला मंगलवार से आरंभ होगा। पुत्र प्राप्ति होने पर इस मेले के दौरान लोग यहां सामूहिक रूप से अपने बच्चों के मुंडन संस्कार करवाते हैं। बताया जाता है कि बड़ा देव कमरुनाग के पास पुत्र देने की महारत हासिल है। सैकड़ों श्रद्धालु श्रीदेव कमरुनाग के समक्ष अपने बच्चों के मुंडन संस्कार करवाकर स्वयं को धन्य मानते हैं। इस दौरान अधिकांश श्रद्धालु पशु बलि पर लगने वाली राशी को नकदी के रूप में कमरुनाग मंदिर व समीपवर्ति झील में अर्पित करते हंै।

भक्तों के चढ़ावे से लबालब कमरुनाग की झील को देखते ही प्रतित होता है कि कमरुनाग के प्रति हर साल लोगों की आस्था बढ़ती जा रही है। बता दें देव कमरुनाग के दरबार में प्रतिवर्ष (आषाढ़ संक्राति के दिन) हजारों श्रद्धालु अपनी मन्नते पूर्ण होने पर यहां शीश नवाया करते हैं। सरानाहुली मेले में मंडी, कुल्लू, बिलासपुर, शिमला, कांगड़ा, किन्नौर, चंबा, हमीरपुर समेत पड़ोसी राज्यों के हजारों श्रद्धालुओं का पहुंचना सोमवार से ही आरंभ हो गया है। मेले के दौरान श्रीदेव कमरुनाग के दर्शन के लिए मंदिर में देवता कमेटी के साथ पुलिस को भी दर्शन के लिए लगी श्रद्धालुओं की भीड़ पर नियंत्रण करने में काफी मशक्त करनी पड़ रही है। मंगलवार रात तथा बुधवार दिनभर मेले में मौजदू हजारों लोग देवदार, कायल, रई, तोष, महरू व खरशू के घने पेड़ों की छाया में खूब लुत्फ उठाएंगे। मेले में कानून-व्यवस्था तथा शांति बनाए रखने के लिए गोहर पुलिस ने पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं। थाना प्रभारी गोहर देश राज ने कहा कि मेले के दौरान जहां एक ओर नशा खोरी पर पूर्णतय प्रतिबंध रहेगा, वहीं दूसरी ओर हुड़दंगियों पर पुलिस कड़ी नजर रखेगी। देवता कमेटी व कांढी कमरुनाग पंचायत के प्रतिनिधियों का मानना है कि मैदानी क्षेत्रों में प्रचंड गर्मी के चलते मेले में इस बार एक लाख से अधिक श्रद्धालु देवता के समक्ष शीश नवाएंगे। चौंकाने वाली बात है कि इस बार मेले से करीब 15 दिन पूर्व हजारों श्रद्धालुओं का यहां आने का तांता लगा हुआ है। लोगों की बढ़ती आमंद को लेकर गत माह की 25 तारीख से कई व्यापारियों ने यंहा डेरा डाल रखा है। लोगों की लगातार बढ़ रही भीड़ के चलते व्यपारी भी खूब चांदी कूट रहे हैं। (एचडीएम)

कोरोना के चलते दो साल नहीं हो पाया मेला
कोरोना महामारी के चलते पिछले लगातार दो सालों से मंडी के इस सुप्रसिद्व मेले का आयोजन नहीं हो पाया है। कोरोना बंदिशों में मिली छूट के बाद इस बार इस सरानाहूली मेले का आयोजन बड़े धूमधाम से किया जा रहा है, जिसमे एक लाख के करीब श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है।

सीसीटीवी में कैद होगी मेले की हर गतिविधि

बड़ा देव कमरुनाग के दो दिवसीय सरानाहुली मेले की हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखने के लिए कमेटी ने सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए हैं, जो देवता की एतिहासिक झील सहित सैकड़ों बच्चों के मुंडन संस्कार जैसी गतिविधि पर कड़ी नजर रखेंगे। इस मेले के दौरान लोग अपने ऐसे बच्चों के मुंडन संस्कार यहां करवाते हैं, जिन्हें मन्नत के रूप में कमरुनाग देवता से मांगा गया होता है। लोग अपनी आस्था के चलते ऐसे सभी बच्चों के मुंडन संस्कार सरानाहुली मेले के दौरान कमरुनाग के समक्ष करते हैं।