एमर्जेंसी की याद में…भाजपा ने मनाया काला दिवस

आपातकाल की 47वीं बरसी पर डा. राजीव बिंदल ने सेनानियों को किया याद, बोले; विरोध कर रहे लोगों-नेताओं को झेलनी पड़ी थीं यातनाएं

सिटी रिपोर्टर- नाहन
एक ही परिवार के राज की महत्त्वकांक्षा के चलते 47 वर्ष पूर्व देश में लोकतंत्र की हत्या कर आपातकाल लागू कर देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सवा लाख नेताओं व सैनानियों को जेलों में डाल दिया था। देश के इतिहास में 25 जून का दिन काला इतिहास की तरह हमेशा याद किया जाएगा। यह बात विधायक नाहन डा. राजीव बिंदल ने नाहन में इमरजेंसी दिवस पर सैनानियों को याद करते हुए कही। डा. राजीव बिंदल ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि आपातकाल में 19 माह के काले काल खंड में इमरजेंसी का विरोध कर रहे लोगों व नेताओं को अंग्रेजों से भी बदत्तर यातनाएं विभिन्न जेलों में डालकर दी गई। वहीं यह सब कुछ केवल तत्त्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कुर्सी को बचाने के लिए किया।

इस दौरान उन्होंने भी चार माह का काल जेल की कोठरी में करनाल जेल में बिताया। डा. राजीव बिंदल ने कहा कि आपातकाल के दौरान मीडिया पर भी सेंसर लगा दिया गया, जिसके चलते पूरी तरह से तत्त्कालीन सरकार के विरुद्ध आवाज बाधित हुई। उन्होंने कहा कि देश में 19 माह पूरी तरह से लोकतंत्र की हत्या हुई। लिहाजा इस 25 जून का दिवस काले इतिहास के तौर पर देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए भारतीय जनसंघ ने सत्याग्रह कर जेल भरो आंदोलन को चलाकर इस आपातकाल को झेला। वहीं जिसके बाद तत्त्कालीन सरकार को पूरी तरह से जनता ने उखाड़ फेंका था। इस दौरान यहां जिला भाजपा अध्यक्ष विनय गुप्ता, मंडल अध्यक्ष नाहन प्रताप ठाकुर, जिला मीडिया प्रभारी राकेश गर्ग इत्यादि मौजूद रहे। (एचडीएम)