मार्केट में पहुंचने लगा लाहुल-स्पीति का हरा मटर

भुंतर मंडी में पहुंचने लगी फसल, देश भर की मंडियों पर अगले तीन महीने तक करेगा राज, अनोखे स्वाद के लिए मशहूर है मटर

स्टाफ रिपोर्टर-भुंतर
शीत व बर्फीले रेगिस्तान लाहुल-स्पीति का मीठा और रसीला हरा मटर तैयार होकर मार्केट में पहुंचने लगा है। लाहुल-स्पीति का मटर कुल्लू की भुंतर और बंदरोल मंडियों के माध्यम से देश भर की विभिन्न मंडियों तक पहुंच रहा है और रसोइयों की महक बढ़ा रहा है। गत सप्ताह से भुंतर मंडी में लाहुल के मटर की फसल पहुंचने लगी है तो कारोबारी भी रस भरे मटर की खरीद को उमडऩे लगे हैं। लिहाजा आने वाले दिनों में एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर मंडी के अलावा उत्तरी भारत की अन्य मंडियों में यहां का हरा मटर पहुंचने वाला है। जानकारी के अनुसार अभी बहुत कम फसल मार्केट में पहुंच रही है, लेकिन करीब दो सप्ताह में इसमें बड़ी तेजी देखने को मिल सकती है। राज्य कृषि उपज मंडी विपणन समिति के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लाहुल-स्पीति के हरे मटर की भुंतर और बंदरोल के अलावा अन्य मंडियों में पहुंचने का क्रम भी जल्द आरंभ होने वाला है और आने वाले दो से तीन माह तक शीत रेगिस्तान का मटर इन मंडियों के जरिए विभिन्न राज्यों तक पहुंचेगा। हरे मटर से जिला भर की मंडियां सराबोर होने से कारोबारी भी उत्साहित है। भुंतर सब्जी मंडी में लाहुल के हरे मटर के दाम 80 रुपए प्रति किलो तक औसतन मिल रहे हैं। वहीं, जानकारी के अनुसार मनाली के कुछ इलाकों से भी हरा मटर भुंतर और बंदरोल में पहुंच रहा है। लाहुल-स्पीति में इस बार मटर की फसल पिछले साल की तरह इस बार भी काफी ज्यादा होने के अनुमान हैं। जानकारी के अनुसार गत वर्ष करीब 600 टन लाहुली मटर की खेफ कुल्लू की सब्जी मंडियों के जरिए विभिन्न राज्यों तक पहुंची थी। जानकारों की मानें तो लाहुल के मटर की अलग विशेषता है।

यह बेहद स्वादिष्ट होता है और अन्य स्थानों के मटर की तुलना में ज्यादा टिकाऊ है। हालांकि इस फसल को तैयार करने में लाहुल वासियों को कई चुनौतियां जरूर झेलनी पड़ती हंै। इन दिनों जिला की मनाली, पतलीकूहल, बंदरोल और भुंतर मंडियों में केवल लाहुल और मनाली का हरा मटर दिख रहा है। लाहुली उत्पादकों को इस बार दाम भी बेहतर मिलने की आस है। बता दें कि गत वर्ष भी लाहुल मटर को बेहतर दाम मार्केट में मिले थे और किसान मालामाल हुए थे। वहीं इस बार भी किसानों को बेहतर दाम मिलने की आस है। हालांकि मौसमी चुनौती ने जरूर फसल को इस बार भी प्रभावित किया है। कुल्लू व लाहुल-स्पीति जिला के कृषि उपज मंडी समिति के सचिव सुशील गुलेरिया के अनुसार लाहुल-स्पीति की मटर की फसल तैयार हो गई है और कुल्लू जिला की मंडियों के जरिए देश भर में पहुंचना आरंभ हो गई है। उन्होंने बताया कि लाहुल के किसानों को इसके बेहतर दाम मार्केट में मिलें इसके लिए कारोबारियों को निर्देश भीदिए जा रहे हैं।