एचडीएफसी बैंक-एचडीएफसी लिमिटेड में विलय के मायने

By: Jun 13th, 2022 12:02 am

हमने कुछ दिन पहले भारत की प्रमुख बड़ी कंपनियों के विषय में जाना था। इनमें से एक एचडीएफसी बैंक ने चार अप्रैल, 2022 को एचडीएफसी लिमिटेड के साथ विलय की घोषणा की है। इस विलय को अभी आरबीआई व अन्य संस्थाओं से मंजूरी मिलनी बाकी है। ग्राहक, चाहे वे उधारकर्ता हों या जमाकर्ता, दोनों संस्थाओं से यह जानने के लिए उत्सुक होंगे कि वे कैसे प्रभावित होंगे। विलय के बाद प्रस्तावित संस्था को ‘एचडीएफसी बैंक’ के रूप में जाना जाएगा। इसलिए बैंक के ग्राहकों के लिए कोई बदलाव होना संभावित नहीं है और उनका बैंक से लेन-देन पहले के समान चलता रहेगा। होम लोन ऋणदाता एचडीएफसी लिमिटेड के ग्राहकों पर इसका कुछ असर होगा। इसमें भी अभी समय लगेगा।

लेखक : करुणेश देव

नई इकाई का आकार: एक बार विलय को अधिकारियों व विनियामक अनुमोदन प्राप्त हो जाने के बाद, यह भारतीय स्टेट बैंक के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। यह आईसीआईसीआई बैंक से भी दोगुना होगा जो अभी देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक है। इस विलय के बाद एचडीएफसी बैंक का 100 प्रतिशत शेयरधारकों के पास होगा और बैंक में कोई प्रमोटर होल्डिंग
नहीं होगी।

एचडीएफसी लिमिटेड व एचडीएफसी बैंक का इतिहास:

एचडीएफसी लिमिटेड की शुरुआत वर्ष 1977 में हुई थी, जिसे आईसीआईसीआई सहित कुछ अन्य संस्थाओं और एचटी पारेख (जो वर्तमान एचडीएफसी अध्यक्ष दीपक पारेख के अंकल थे) द्वारा स्थापित किया गया था। एचडीएफसी बैंक को एचडीएफसी लिमिटेड द्वारा स्थापित किया गया था और यह 1991 के बड़े सुधारों के बाद 1994 में बैंकिंग लाइसेंस प्राप्त करने वाले पहले बैंकों में से एक था।

एचडीएफसी बैंक के लिए लाभ:

गृह ऋण पोर्टफोलियो: एचडीएफसी बैंक के पास अभी सात करोड़ के आसपास का बड़ा ग्राहक आधार है। प्रस्तावित विलय से एचडीएफसी बैंक अपने गृह ऋण पोर्टफोलियो का अच्छा निर्माण कर सकेगा।

सस्ती पूंजी: एचडीएफसी बैंक के पास अपने करंट और बचत खातों में जमा कम लागत पर धन की पहुंच है। इसलिए एचडीएफसी लिमिटेड के साथ विलय के बाद एचडीएफसी बैंक अधिक प्रतिस्पर्धी आवास उत्पादों की पेशकश करने में सक्षम होगा। असुरक्षित ऋणों के लिए कम जोखिम आवासीय ऋण सुरक्षित ऋण हैं और इस प्रकार बैंक के लिए यह लाभदायक होगा चूंकि वह ग्राहकों को अच्छे विकल्प प्रदान कर सकेगा।

प्रतिस्पर्धा: एसबीआईए आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक जैसे अन्य बैंकों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए बैंक के पास एक बड़ा पोर्टफोलियो होगा।

एचडीएफसी लिमिटेड के लिए लाभ:

ग्राहक आधार: एचडीएफसी के लिए सबसे बड़ा लाभ विविधता के साथ कम लागत वाली फंडिंग और एचडीएफसी बैंक के विशाल ग्राहक आधार तक पहुंच होगा।

विशेषज्ञ ज्ञान: एचडीएफसी ने पिछले कई वर्षों से गृह ऋण के क्षेत्र में पूंजी और कौशल का निवेश किया है और देश भर में 445 कार्यालय स्थापित किए हैं। इन कार्यालयों का उपयोग एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक दोनों के पूरे उत्पाद बेचने के लिए किया जा सकता है।

क्रॉस सेलिंग अवसर:

एचडीएफसी लिमिटेड का भी गृह ऋण का ग्राहक आधार काफी बड़ा है। गृह ऋण लम्बे समय तक चलते हैं इसलिए बैंक बन जाने के बाद अपने अन्य उत्पाद इन ग्राहकों को बेचने का अवसर मिलेगा।

शेयरधारकों के लिए: एचडीएफसी के मौजूदा शेयरधारकों को एचडीएफसी बैंक में शेयर मिलेंगे। एचडीएफसी लिमिटेड के प्रत्येक 25 शेयरों को एचडीएफसी बैंक में 42 शेयर मिलेंगे।

चलते चलते

इस विलय को सभी प्रारूपों में पूरा होने में 12-18 महीने लगेंगे, किंतु जागरूक रहना हर निवेशक और ग्राहक के हित में है। चाहे अपनी पूंजी की सुरक्षा हो या निवेश, जानकार अवश्य बनिए।

संपर्क: karuneshdev@rediffmail.com

नोट : यहां दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य से दी गई है। किसी भी निवेश से पहले उसकी पूरी जानकारी अवश्य लें।


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