मंत्री राजेंद्र गर्ग ने किया घायलों का रेस्क्यू

नेशनल हाई-वे 205 चंडीगढ़-मनाली पर स्वारघाट के पुलाचर के पास पेश आया हादसा, हादसें में चार लोग घायल

निजी संवाददाता- स्वारघाट
आमतौर पर ऐसी धारणा बनी हुई है कि सत्ता में आने और मंत्री बनने के बाद नेताओं को जनता के दु:ख दर्द से कोई लेना-देना नहीं होता। लेकिन ऐसा हर व्यक्ति नहीं होता। कई जन प्रतिनिधि सिर्फ जनता की सेवा में लगे रहते है। मानव सेवा को ही असली सेवा मानते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें मंत्री राजेंद्र गर्ग ने मानवीय संवेदनाओं का परिचय दिया है। मामला स्वारघाट का है। जहां देर शाम नेशनल हाई-वे 205 चंडीगढ़-मनाली पर स्वारघाट के पुलाचर के समीप एक कार अनियंत्रित होकर सडक़ से लुढक़ गई। इसमें चार लोग सवार थे। हादसे में कार में मौजूद लोगों को चोटें आई हैं। इसी दौरान मौके से हिमाचल प्रदेश सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री राजिंद्र गर्ग का काफिला भी गुजर रहा था।

मंत्री ने दरियादिली दिखाते हुए अपना काफिला रोका और मानवीय संवेदनाओं का परिचय देते हुए स्टाफ सहित घायलों को रेस्क्यू किया। बाद में पता चला कि हादसाग्रस्त कार किसी और की नहीं बल्कि सीएमओ मंडी देवेंद्र शर्मा की है। हालांकि अधिकतर वाहन चालक या फिर राहगीर हादसे के बाद अपने-अपने गंतव्य के लिए ही रवाना हो जाते हैं। लोग रूकने या फिर मदद करने के बजाये अपने गंतव्य के लिए जाते हैं। लेकिन मंत्री राजेंद्र गर्ग ने अपना काफिला रूकवाकर मानव संवेदना का परिचय दिया है। उधर, सीएमओ मंडी देवेंद्र शर्मा अपने परिवार पत्नी, बेटे और पत्नी की बहन संग निजी कार्य के लिए चंडीगढ़ गए थे कि पुलाचर के पास यह हादसा हो गया। वही, खाद्य आपूर्ति मंत्री राजिंद्र गर्ग चंडीगढ़ में भाजपा दल की बैठक से वापस अपने निवास स्थान घुमारवीं वापस लौट रहे थे। लेकिन स्वारघाट के समीप मंत्री राजेंद्र गर्ग ने हादसे का शिकार हुए लोगों के रेस्क्यू में अपनी भूमिका निभाई।