हमीरपुर में फुटपाथ पर लगे गंदगी के ढेर, राहगीर परेशान

जिला में कूड़े के ढेरों में कुत्ते मार रहे मुंह; शिक्षण संस्थानों का टीचिंग स्टाफ भी हो रहा परेशान, हर तरफ दुर्गंध का आलम

सुरेंद्र ठाकुर-हमीरपुर
बस अड्डा हमीरपुर से नादौन चौक तक बने फुटपाथ पर गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। फुटपाथ के ऊपर लगे गंदगी के इन ढेरों में कुत्ते मुंह मार रहे हैं। ऐसे में इस फुटपाथ से होकर गुजर न राहगीरों के लिए भी किसी खतरे से कम नहीं। फुटपाथ के साथ ही कुछ शिक्षण संस्थान भी हैं जिनमें गंदगी की दुर्गंध पहुंच रही है। ऐसे में जहां शिक्षण संस्थानों का टीचिंग स्टाफ परेशान है वहीं यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी भी खांसी दिक्कतें झेल रहे हैं। दोपहर 11:30 बजे तक इस फुटपाथ से कचरा नहीं उठाया जा रहा। यह बात आज की नहीं है बल्कि बीते कुछ दिनों से हालात ऐसे ही बने हुए हैं। कई बार लोग आपत्ति जता चुके हैं लेकिन फिर भी समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो रहा।

गुरुवार के दिन फुटपाथ पर गंदगी के ढेर लगे हुए नजर आए। गंदगी के ढेर में कुत्ते मुंह मार रहे थे तथा यहां से गुजरने वाले राहगीर इन कुत्तों को देखकर घबरा रहे थे। गंदगी से उत्पन्न होने वाली दुर्गंध से भी लोगों का यहां से गुजरना मुश्किलों भरा हो गया है। राहगीरों ने नगर परिषद से मांग की है कि फुटपाथ पर कूड़े के ढेर न लगने दिए जाएं। कूड़े को सुबह जल्दी ही यहां से उठा लिया जाए ताकि राहगीरों को आवागमन में किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े। फुटपाथ पर लगे गंदगी के यह ढेर स्वच्छ भारत मिशन को भी दाग लगा रहे हैं। गुरुवार को गंदगी के ढेर में कुत्ते मुंह मार रहे थे। राहगीरों का कहना है कि ऐसे हालात अकसर देखने को मिल रहे हैं। यहां फुटपाथ पर लोग अपने घरों की गंदगी आकर डाल देते हैं। इस गंदगी को उठाने में भी लगभग दोपहर के 12 बज जाते हैं। इस कारण जहां फुटपाथ से गुजरने वाले राहगीर परेशान हो रहे हैं, वहीं साथ लगते शिक्षण संस्थानों में बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। शिक्षण संस्थनों में गुंदगी की दुर्गंध पहुंचने से छात्र पढ़ाई पर फोक्स नहीं कर पा रहे। इस बारे में संदीप भारद्वाज, उपाध्यक्ष नगर परिषद हमीरपुर का कहना है कि समस्या ध्यान में है। इस समस्या के समाधान का प्रयास किया जा रहा है। व्यवस्था बनाई जा रही है कि कूड़े को समय रहते ही उठा लिया जाए। पहले भी यहां कूड़ा होने की शिकायतें मिली हैं। जल्द समस्या का स्थायी समाधान कर दिया जाएगा। (एचडीएम)