चूड़धार से इकट्ठा किया प्लास्टिक

बयोंग के युवाओं ने चलाया सफाई अभियान

संजीव ठाकुर – नौहराधार
11,985 फुट की ऊंचाई पर स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल चूड़धार में आजकल हिमाचल के अलावा बाहरी राज्यों से पर्यटक व श्रद्धालु बड़ी संख्या में नौहराधार के रास्ते से चूड़धार निकल रहे हैं। मगर लोग रास्ते में प्लास्टिक की बोतलें, नमकीन बिस्कुट के रैपर, रेनकोट, डिस्पोजल गिलास व प्लेट इधर-उधर फेंक रहे हैं। चोटी पर लगातार हर साल लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। लिहाजा वहीं कूड़ा भी बढ़ रहा है। जहां सरकार स्वच्छता पर लोगों को जागरूक कर रही है। वहीं श्रद्धालुओं द्वारा रास्तों में कूड़ा-कर्कट फेंका जा रहा है, जिससे हरे-भरे जंगल को ग्रहण लग रहा है। चूड़धार की यात्रा पर हरिपुरधार के बयोंग के नवयुवक गए तो उन्होंने चूड़धार मार्ग पर फैले कचरे को इक_ा किया, ताकि लोग जागरूक हो सके। इनका कहना है कि हम लोगों से जितना हो पाया उतना कूड़ा उठाने की कोशिश की।

युवकों ने नौहराधार रास्ते में तीसरी व जमनाला नामक स्थान पर प्लास्टिक उठाया, मगर कितना उठाते क्योंकि भारी मात्रा में प्लास्टिक व अन्य कूड़ा चारों तरफ फैला हुआ था। युवकों ने सरकार व चूड़ेश्वर सेवा समिति से आग्रह किया है कि रास्ते में कूड़ा सयंत्र बनाया जाए। साथ ही चूड़धार जाने वाले लोगों से अपील की है कि जंगल में प्लास्टिक इत्यादि न फेंके। खुद भी जागरूक करें और दूसरों को भी जागरूक करें। गौरतलब है कि चूड़धार के जंगल में कई प्रकार की जड़ी-बूटी, पेड़-पौधे व कई प्रकार की पशु पक्षियों की प्रजातियां विद्यमान हैं। साथ में क्षेत्र के ग्रामीणों के पशु भी घास चरने जाते हैं। खुले में प्लास्टिक बैग या कचरा को फेंके जाने पर उसे मवेशी खाकर बीमार हो रहे हैं। बाहरी राज्यों से आ रहे श्रद्धालु प्लास्टिक बैग भी लेकर आते हैं, जबकि हिमाचल में सरकारी आदेश के अनुसार प्लास्टिक बैग पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। (एचडीएम)