एम्स में सिक्योरिटी गार्ड्स का प्रदर्शन

कोठीपुरा में स्थायी रोजगार के लिए स्थानीय ग्रामीणों के साथ गेट पर दिया धरना, दो घंटे मरीजों-कर्मचारियों को हुईं दिक्कतें

कार्यालय संवाददाता-बिलासपुर
एम्स बिलासपुर, कोठीपुरा में निर्माणाधीन एम्स में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड स्थाई रोजगार में अनदेखी से भडक़ उठे हैं। सोमवार को उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ एम्स का गेट बंद करके धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे अन्य कर्मचारियों के साथ मरीजों को भी परेशान होना पड़ा। करीब दो घंटे बाद गेट तो खोल दिया गया, लेकिन धरना जारी है। एम्स में तैनात सिक्योरिटी गाड्र्स का कहना है कि वे लोग पिछले चार सालों से काम कर रहे हैं। इतने सालों से उन्हें लगातार आश्वासन दिया जाता रहा कि जब भी स्थाई नियुक्तियां होंगी, उन्हें वरीयता दी जाएगी। अब एम्स में आईपीडी सेवाओं के उद्घाटन की तैयारी चल रही है। इसके लिए नई नियुक्तियां भी शुरू हो चुकी हैं, लेकिन जब स्थाई नियुक्ति का मौका आया तो उन्हें दरकिनार करके बैक डोर से सिक्योरिटी गार्ड रखे जा रहे हैं। सिक्योरिटी गाड्र्स के साथ धरने पर बैठे अन्य स्थानीय लोगों ने भी रोजगार के मामले में अनदेखी का आरोप लगाया।

उनकी अगुवाई कर रही अर्धनारेश्वर समाज सेवा समिति की अध्यक्ष बिजली महंत ने कहा कि विभिन्न स्तरों पर मिल रहे आश्वासनों से स्थानीय युवाओं ने एम्स में रोजगार की उम्मीद लगा रखी थी, लेकिन अब उन्हें दरकिनार करके बाहरी लोगों को नियुक्तियां देने से वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। इस तरह की मनमानी सहन नहीं की जाएगी। बता दें कि एम्स के गेट पर धरना-प्रदर्शन की वजह से कोई भी गाड़ी भीतर नहीं जा सकी। हालांकि एंबुलेंस को भीतर जाने दिया जा रहा था, लेकिन प्राईवेट गाडिय़ों व टैक्सियों में आने वाले मरीजों को गेट पर ही उतरकर वहां से पैदल जाना पड़ा। एम्स के अधिकारियों व कर्मचारियों को भी गेट पर ही गाडिय़ों से उतरना पड़ा। करीब दो घंटे बाद गेट खोला गया। तब कहीं जाकर गाडिय़ां भीतर जा सकीं। अब प्रदर्शनकारी टैंट लगाकर गेट के किनारे धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि प्रशासनिक अधिकारी के मौके पर आकर बात न करने तक धरना जारी रहेगा। इस दौरान नंदलाल, राकेश, मीना, रोशनी सहित अन्य लोग मौजूद थे। उधर, इस बारे में स्थानीय निवासी सतदेव शर्मा ने बताया कि लोगों के हितों की अनदेखी की जा रही है। जोकि सहन नहीं होगी। उन्होंने कहा कि निजी कंपनी की ओर से सिक्योरिटी गार्ड के भविष्य को लेकर कोई उचित कदम नहीं उठाए जा हैं। इस ओर उचित कदम उठाने की आवश्यकता है।