प्रदेश में पांच दिन में 25 मौतें, राज्य में लोग हर रोज बन रहे शिकार; सात जुलाई तक झमाझम

By: Jul 4th, 2022 12:06 am

राज्य में लोग हर रोज बन रहे शिकार; मौसम विभाग का पूर्वानुमान, सात जुलाई तक झमाझम

स्टाफ रिपोर्टर—शिमला

हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन शुरू होते ही नुकसान का दौर शुरू हो गया है। मानसून से जान और माल दोनों तरह का नुकसान हो रहा है। प्रदेश में मानसून सीजन शुरू हुए अभी सिर्फ पांच दिन ही हुए हैं, लेकिन पांच दिन के समय में मानसून के कारण हुई दुर्घटनाओं में 25 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा है। ऐसे में प्रदेश में एक दिन में मानसून के कारण पांच लोगों की मौत हो रही है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में अब मानसून के कारण अब तक 1.32 करोड़ का नुकसान हो चुका है। वहीं, प्रदेश में तीन सड़कें, 60 बिजली के ट्रांसफार्मर और 41 वाटर सप्लाई की स्कीमें भी बंद है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में सात जुलाई तक मौसम खराब रहने के आसार हैं।
पांच और सात जुलाई के लिए मैदानी, मध्य व उच्च पर्वतीय कई भागों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य रहा। प्रदेश में शनिवार रात को कई क्षेत्रों में झमाझम बारिश हुई। रविवार को बूंदाबांदी का दौर जारी रहा। मौसम विभाग केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार नालागढ़ में 65, शिलारू में 59, नारकंडा में 43, अर्की में 40, सोलन में 30, कुफरी में 29, कंडाघाट में 25, शिमला में 24, कोटखाई-करसोग में 22, राजगढ़ में 19, सराहन में 14 और पच्छाद में 11 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। प्रदेश में पहली और दो जुलाई को सामान्य से 54 फीसदी अधिक बारिश दर्ज हुई। बिलासपुर जिला में सबसे अधिक सामान्य से 223, शिमला में 221, सोलन में 204 और किन्नौर में 149 फीसदी अधिक बारिश दर्ज हुई। कांगड़ा में सामान्य से 78, कुल्लू में 64, सिरमौर में 46 और मंडी में एक फीसदी अधिक बादल बरसे। चंबा में सामान्य से तीन, हमीरपुर में 67, लाहुल-स्पीति में 87 और ऊना में 52 फीसदी कम बारिश रिकार्ड हुई।


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