नूपुर की वजह से पूरे देश में अशांति, पैगंबर पर विवादित बयान पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई कड़ी फटकार

By: Jul 2nd, 2022 12:10 am

शर्तों के साथ माफी मांगना आपका घमंड, टीवी पर माफी मांगें
संबंधी सारे केस दिल्ली ट्रांसफर करने की याचिका खारिज

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — नई दिल्ली
पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान देने के लिए नूपुर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कड़ी फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि देशभर में जो अशांति फैली है, उसकी जिम्मेदार नूपुर ही हैं। उन्होंने अपने बयान से देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है। कोर्ट ने उन्हें टीवी पर आकर देश से माफी मांगने को कहा। दरअसल, नूपुर शर्मा अपने खिलाफ अलग-अलग जगह दर्ज मामलों को दिल्ली ट्रांसफर कराने की अर्जी लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची थीं। उनका कहना था कि सुरक्षा के लिए खतरा होने के चलते उनका कहीं भी जाना सुरक्षित नहीं है।

जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बैंच ने कहा कि नूपुर ने टेलीविजन पर धर्म विशेष के खिलाफ उकसाने वाली टिप्पणी की। माफी भी उन्होंने शर्तों के साथ ही मांगी, वह भी तब, जब लोगों का गुस्सा भड़क चुका था। यह उनकी जिद और घमंड दिखाता है। नूपुर शर्मा को कड़ी फटकार लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब आप किसी के खिलाफ शिकायत करती हैं, तो उस व्यक्ति को अरेस्ट कर लिया जाता है। आपके दबदबे की वजह से कोई भी आपको छूने की हिम्मत नहीं करता। इससे क्या फर्क पड़ता है कि आप एक पार्टी की प्रवक्ता हैं। आप सोचती हैं कि आपके पास सत्ता का समर्थन है और आप कानून के खिलाफ जाकर कुछ भी बोल सकती हैं। नूपुर को धमकियां मिल रही हैं या वह खुद सुरक्षा के लिए खतरा हैं। देश में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए वही जिम्मेदार हैं। यहां तक कि उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के लिए भी उनका ही बयान जिम्मेदार है। कोर्ट ने कहा कि किसी भी पार्टी का प्रवक्ता होने का यह मतलब नहीं है कि आपकी ओर से कुछ भी बोल दिया जाए। कोर्ट ने कहा कि पैगंबर के खिलाफ नूपुर शर्मा की टिप्पणी या तो सस्ते प्रचार, राजनीतिक एजेंडे या कुछ नापाक गतिविधियों के लिए की गई थी। ये धार्मिक लोग नहीं हैं और भड़काने के लिए ही बयान देते हैं। ऐसे लोग दूसरे धर्म की इज्जत नहीं करते। हमने देखा है कि टीवी पर बहस के दौरान नूपुर ने कैसे उकसाने वाली बात कही। उसके बाद भी वह कहती हैं कि मैं एक वकील हूं।

यह शर्मनाक है। नूपुर को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। अपने खिलाफ दर्ज सभी केसों को दिल्ली ट्रांसफर करने की यह याचिका आपके घमंड को दिखाती है। आप लोअर कोर्ट की जगह सीधे सुप्रीम कोर्ट पहुंच गईं। देशभर के मजिस्ट्रेट कोर्ट आपके लिए छोटे हैं। कोर्ट ने विवादित बहस को दिखाने वाले टीवी चैनल और दिल्ली पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस ने मामले में क्या किया, हमें मुंह खोलने पर मजबूर मत कीजिए। टीवी डिबेट किस बारे में थी, इससे केवल एक एजेंडा सेट किया जा रहा था। उन्होंने ऐसा मुद्दा क्यों चुना, जिस पर अदालत में केस चल रहा है। अदालत ने कहा कि यह पूरा विवाद टीवी डिबेट के जरिए ही फैला है और उन्हें वहीं पर जाकर पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। कोर्ट की फटकार के बाद नूपुर शर्मा के वकील मनिंदर सिंह ने कहा कि वह अपने बयान पर माफी मांग चुकी हैं और उन्होंने इसे वापस भी ले लिया है। इस पर कोर्ट ने कहा कि जब माफी मांगी गई, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इसके साथ ही कोर्ट ने नूपुर के खिलाफ दर्ज मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने से इनकार कर दिया। इसके बाद उनके वकील ने याचिका वापस लेने की इजाजत मांगी। कोर्ट ने इसकी मंजूरी दे दी। उधर, शुक्रवार को ही सामाजिक कार्यकर्ता अजय गौतम ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने अदालत से सुनवाई के दौरान नुपुर शर्मा के लिए की गई टिप्पणी को वापस लेने की मांग की है। इसके पीछे याचिका में तर्क दिया गया है कि इससे नूपुर शर्मा की जान को खतरा है। उन्हें फेयर ट्रायल का मौका मिलना चाहिए।


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