भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा

By: Jul 2nd, 2022 12:56 am

सुंदरनगर में हंडेटी से जंगमबाग तक सैकड़ों लोगों ने रथ खींच लिया देवता का आशीर्वाद

जसवीर सिंह — सुंदरनगर
ऋषि-मुनियों और देवी-देवताओं की भूमि सुंदरनगर में भगवान जगन्नाथ अपने श्रद्धालुओं से रू-ब-रू हुए। यहां के हंडेटी स्थित जगन्नाथ मंदिर से जंगमबाग तक रथयात्रा के सैकड़ों लोग भागीदार बन भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया। हंडेटी से जंगमबाग तक निकलने वाली इस रथयात्रा में बलीभद्र और मां लक्ष्मी भी साथ रहे। शनिवार को जंगमबाग में एक दिन का विश्राम करने के बाद रविवार को विशाल भंडारे के बाद भगवान जगन्नाथ, बलीभद्र और मां लक्ष्मी संग वापिस हंडेटी मंदिर में लौट जाएंगे। सुंदरनगर में मनाया जाने वाला यह पर्व आषाढ़ मास के दो प्रविष्टे से ओडिशा के पुरी में मनाए जाने वाले जगन्नाथ पर्व की तर्ज पर ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। जगन्नाथ मंदिर हंडेटी के पुजारी रूपेश शर्मा बताते हैं कि चंदन की लकड़ी से निर्मित इस प्राचीन मंदिर का निर्माण 250 वर्ष पूर्व हुआ था। हर वर्ष सुंदरनगर में उनकी रथयात्रा निकाली जाती है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण बीते दो वर्षों से रथयात्रा का आयोजन नहीं हो पाया था।

एक मान्यतानुसार एक फकीर इस मूर्ति को बेचने के लिए ओडिशा के तट से सुंदरनगर लाए थे। इस मूर्ति को बेचने के लिए सुकेत कोर्ट में सुनवाई के दौरान 500 रुपए का प्रस्ताव रखा गया। एक हजार रुपए में मूर्ति कुल्लू के राजा बेचने पर बात हुई, लेकिन फकीर ने मूर्ति को कुल्लू ले जाकर एक हजार रुपए में वहां के राजा को बेचने को लेकर मना कर दिया। इसके बाद फकीर की मृत्यु हो गई। फिर राजा के आदेशों के तहत मूर्ति को एक भवन में स्थापित कर पूजन के पुजारी का चयन किया गया। इसके पश्चात मंदिर निर्माण के लिए राजकीय कोष से पांच सौ रुपए खर्च कर भूमि प्रदान की गई।
(एचडीएम)

कल जंगमबाग में सजेगा विशाल भंडारा

पुजारी रुपेश शर्मा ने कहा कि इस रथयात्रा में भगवान के रथ को खींचकर लोग पूण्य के भागीदार बने। यह मंडी जिला की सबसे प्राचीन भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा है। शुक्रवार को निकलने वाली इस रथयात्रा के बाद रविवार को जंगमबाग में विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। रविवार को भगवान बलीभद्र और मां लक्ष्मी संग मंदिर में वापस लौट जाएंगे।


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