मलाणा पर बाढ़ की मार, सडक़ भी गायब

आपदा में प्रोजेक्ट प्रबंधन भी नहीं दे रहा सडक़ की हालत सुधारने के लिए साथ, लोगों को आठ किलोमीटर पैदल करना पड़ रहा सफर

मोहर सिंह पुजारी-कुल्लू
बीती छह जुलाई को मलाणा में बाढ़ आने से काफी नुकसान हुआ है। हैरानी की बात यह है कि दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी मलाणा के लोगों को सात-आठ किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ रहा है। वहीं, दूसरी तरफ मलाणा में पावर प्रोजेक्ट है, इसके बावजूद भी सडक़ की हालात सुधर नहीं पा रही है। मलाणा के लोगों को उनके क्षेत्र में परियोजना होने के बावजूद भी आपदा की इस बेला पर कोई सुविधा प्रदान नहीं हो रही है, जिससे लोगों में खासा मलाल है। वहीं, गुरुवार को मलाणा के लोगों का प्रतिनिधिमंडल समस्या लेकर प्रशासन के दरबार कुल्लू पहुंचा। इस दौरान ग्रामीणों ने गांव की समस्या को रखा। वहीं, प्रशासन से यह भी शिकायत की कि मलाणा प्रोजेक्ट से आपदा के समय कोई सहयोग नहीं कर रहा है। सडक़ बहाली नहीं हो रही है, जिससे ग्रामीणों को कई किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि बाढ़ से गांव को जाने वाले रास्ते तो खतरे भरे बन गए हैं। वहीं, इसके आगे सडक़ ही हालात दयनीय हो गई है। सडक़ बहाली में प्रोजेक्ट काफी देरी कर रहा है, जिससे घंटों पैदल चलना पड़ रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि डैम के पास पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं, जिससे खतरा बना हुआ है। कभी बड़ा हादसा हो सकता है। ग्राम पंचायत मलाणा के प्रधान राजू राम ने कहा कि मलाणा के लोगों को बीते दिनों आई बाढ़ ने गंभीर आफत में डाला है। बिजली-पानी सब बंद हो गया है। कई लोगों को कोसों दूर से पानी ढोना पड़ रहा है। वहीं, सडक़ का बंद होना सबसे ज्यादा दिक्कत हो गई है। जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन से मांग की है कि प्रोजेक्ट प्रबंधन को सडक़ बहाली करने के निर्देश दिए जाएं, ताकि लोगों को समय रहते सुविधा मिल सके। क्योंकि सडक़ बहाल नहीं होने पर मलाणा के लोगों को दिक्कतें आ रही हंै। मरीजों को उपचार के लिए जोखिम भरे रास्तों से पीठ के सहारे ले जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगले महीने मलाणा में देवता जमलू के सम्मान में मेला मनाया जाता है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में सडक़ बहाल नहीं होने से दिक्कत आएगी। वहीं, एसडीएम कुल्लू प्रशांत सरकैक ने बताया कि मलाणा के लोगों की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट का रोड है। प्रोजेक्ट प्रबंधन को सडक़ बहाली के लिए कहा गया है, ताकि लोगों को सुविधा मिल सके। जल्द मलाणावासियों की समस्या को दूर किया जाएगा। (एचडीएम)