त्रिपुरा के अधिकारियों ने जानीं जायका की खूबियां

By: Sep 24th, 2022 12:55 am

आठ सदस्यीय टीम ने कुल्लू में हो रहे कार्यों को जाना, विभिन्न समूहों के प्रतिनिधियों से भी की मुलाकात

स्टाफ रिपोर्टर- भुंतर
प्रदेश में जायका के तहत हो रही गतिविधियों को जानने के लिए त्रिपुरा की टीम पहुंची है। इसी के तहत उक्त टीम ने कुल्लू जिला के विभिन्न स्थानों पर जाकर परियोजना के कार्यों को जाना तो साथ ही इससे जुड़े समूहों से भी चर्चा की। वन विभाग के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त आठ सदस्यीय टीम आईएफएस अधिकारी एनके चंचल के नेतृत्व में यहां पहुंची थी। इसके तहत गुरुवार को टीम ने मौहल में जायका के तहत विकसित की जा रही विभिन्न प्रजाति की नर्सरियों को देखा तो साथ ही परियोजना द्वारा गठित क्षेत्रीय तकनीकी इकाई एवं वन परिक्षेत्र भुट्टी के अंतर्गत गठित वन विकास समितियों व स्वयं सहायता समूहों के साथ बैठक की। समूहों के साथ परियोजना गतिविधियों के बारे में चर्चा करने के साथ इससे आजीविका वर्धन में मिल रहे सहयोग पर भी चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान ग्राम वन विकास समिति बड़ाग्रां में लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह से हथकरघा के चल रहे प्रशिक्षण व गांव वन विकास समिति खणीपांधे-पवनंग के सदस्यों से गांव में हुए कार्यों व सहयोग पर अपने विचारों को साझा किया।

समिति के सदस्यों से इस दौरान किए गए पौधारोपण व अन्य सामुदायिक विकास कार्यों के बारे में चर्चा की गई। अंबिका स्वयं सहायता समूह खणी व जगन्नाथी स्वयं सहायता समूह सरली द्वारा बनाए गए हथकरघा उत्पादों को भी इस दौरान अधिकारियों ने देखा और इन्हें सराहा। उन्होंने इससे ग्रामीणों की आय में हुए इजाफे के बारे में भी जानकारी ली। इस दौरान वन मंडलाधिकारी एंजल चौहान व सहायक अरण्यपाल मनोज कुमार ने जायका परियोजना के तहत तैयार नर्सरी व अन्य संबंधित विकासात्मक कार्यों की विस्तृत जानकारी के साथ अपने अनुभवों को भी साझा किया। इस दौरान वन विभाग सहित जायका परियोजना की टीम के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। त्रिपुरा से आई टीम ने यहां पर हो रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि इससे ग्रामीणों की आय में इजाफा होगा।


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