यूएन में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव, वोटिंग से दूर रहे भारत और चीन

By: Oct 2nd, 2022 12:10 am

 बाइडेन बोले, नाटो अपनी जमीन के हर इंच की रक्षा करेगा

एजेंसियां — संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में पेश किए गए निंदा प्रस्ताव पर मतदान से भारत दूर रहा, जिसमें रूस के अवैध जनमत संग्रह की निंदा की गई है। यह प्रस्ताव अमरीका और अल्बानिया की तरफ से पेश किया गया था। इस प्रस्ताव के सपोर्ट में 10 देशों ने वोट किया और चार देश मतदान में शामिल नहीं हुए। इसके अलावा अमरीका के प्रेजिडेंट जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी है। बाइडेन ने कहा कि नाटो अपनी जमीन के हर इंच की रक्षा करेगा। इसके लिए अमरीका पूरी तरह से तैयार है। अमरीका ने रूस की तरफ से यूक्रेन के चार शहरों पर कब्जे को भी खारिज किया है। बाइडेन ने कहा कि रूस ने जिन इलाकों को कब्जा किया है, उसे अमरीका स्वीकार नहीं करेगा। नाटो ने भी रूसी कब्जे को इंटरनेशनल लॉ का उल्लंघन बताया है। दरअसल, यूक्रेन के चार शहरों को रूस ने शुक्रवार को अपने इलाके में शामिल कर लिया। ये इलाके डोनेट्स्क, लुहांस्क, खेरसॉन और जपोरिजिया हैं। पुतिन ने इस दौरान कहा कि अगर यूक्रेन उन शहरों को दोबारा कब्जाने की कोशिश करता है तो वो रूस पर हमला माना जाएगा। उधर, पुतिन ने कहा कि यह रूस के करोड़ों लोगों का सपना था। यूक्रेन के चार हिस्सों में रहने वाले लोगों की भी इच्छा और हक था। रूस ने इन इलाकों में जनमत संग्रह यानी रेफरेंडम कराने के बाद इन्हें अपनी सीमा में शामिल किया है। यूक्रेन के प्रेजिडेंट जेलेंस्की ने रूस की तरफ से किए गए जनमत संग्रह को दिखावटी बताया है। उन्होंने कहा कि वे इसे कभी नहीं मानेंगे। रूस ने बंदूक के नोंक पर लोगों से वोट लिए हैं। रूस की तरफ से चार इलाके कब्जा करने के बाद यूक्रेन ने नाटो की सदस्यता के लिए आवेदन किया है।

पुतिन की धमकियों से डरने वाले नहीं
राष्ट्रपति बाइडेन ने रूस को लेकर कहा कि अमरीका और उसके सहयोगी पुतिन और उनकी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। पुतिन अपने पड़ोसी देश पर कब्जा नहीं कर सकते उनको उससे दूर रहना चाहिए। हम यूक्रेन को सैन्य उपकरण मुहैया कराना जारी रखेंगे।


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