रामपुर में बढ़ी कांग्रेस की मुसीबत, संघर्ष समिति विधानसभा चुनाव में उतारेगी अपना प्रत्याशी
संघर्ष समिति विधानसभा चुनाव में उतारेगी अपना प्रत्याशी, उम्मीदवार से नाखुश होकर लिया फैसला
स्टाफ रिपोर्टर-रामपुर बुशहर
रामपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस संघर्ष समिति ने राज दरबार रामपुर में मंगलवार को सामूहिक तौर पर निर्णय ले लिया कि वह अपना निर्दलीय प्रत्याशी आगामी विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र से मैदान में उतारेगी। गौर हो कि रामपुर में कांग्रेसियों का एक धड़ा मौजूदा विधायक के कामकाज से संतुष्ट नहीं है। बीते एक साल से लोग विधायक नंदलाल को आगामी चुनाव में टिकट दिए जाने का लगातार विरोध करते आ रहे हैं। हालांकि उनकी आस्था कांग्रेस और राज दरबार के साथ है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की रामपुर आने की भनक मिलते ही करीब अढ़ाई सौ महिला पुरुष दरबार ग्राउंड में जमा हो गए। उन्होंने प्रतिभा सिंह से प्रत्याशी बदले जाने की मांग रखी। यहां तक कि नंदलाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। करीब तीन बजे प्रतिभा सिंह अपने चंद समर्थकों के साथ दरबार पहुंची। कांग्रेस संघर्ष समिति के लोग उनसे मिले और फिर से प्रत्याशी बदले जाने की मांग रखी। प्रतिभा सिंह ने लोगों को समझाने की कोशिश की तथा इसका फैसला आलाकमान पर छोडऩे के लिए कहा, लेकिन संघर्ष समिति के लोग इस बयान से संतुष्ट नजर नहीं आए और उन्होंने फिर से आपस में मंथन किया।
जिसमें मोहर सिंह खुंद, हरीश लकटू, पूज्य देव, वीरेंद्र भालूनी, चेतराम खूंद्द, शिवराम श्याम, विशेषर लाल, मोहनलाल, पदमा कोंग, राकेश सानी आदि वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने निर्णय लिया कि जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ही जनता की बात सुनने को तैयार नहीं है तो रामपुर क्षेत्र के हजारों कांग्रेसी सामूहिक रूप से पार्टी से त्यागपत्र देंगे तथा अपना निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में उतारकर मुंहतोड़ जवाब देंगे। इसके लिए नई रणनीति पर मंथन किया जा रहा है। बताते चले कि रामपुर क्षेत्र के लोगों की राज परिवार के प्रति राजा वीरभद्र सिंह के समय से ही अटूट आस्था रही है और उनके इशारे पर ही स्थानीय जनता निर्णय लेती थी, लेकिन वीरभद्र सिंह की मृत्यु के बाद ऐसी स्थिति पहली बार पैदा हुई है जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को अपने ही क्षेत्र में अपने ही लोगों का विरोध झेलना पड़ रहा है।