कल से डाक्टर हड़ताल पर, आईजीएमसी शिमला के मरीजों का बढ़ जाएगा मर्ज

By: Oct 2nd, 2022 10:10 pm

 हड़ताल रोकने की कोशिशें बेकार

250 चिकित्सकों के छुट्टी पर रहने का खामियाजा भुगतेंगे मरीज
4 अक्तूबर से सामूहिक अवकाश पर रहेंगे डाक्टर
शनिवार को भी काले बिल्ले पहन कर किया काम

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला
चिकित्सकों के आंदोलन को थामने के लिए कई प्रकार के प्रयास जारी है, लेकिन चिकित्सक है कि अपने संकल्प से पीछे हटने वाले नहीं है। यानी प्रशासन द्वारा अपनाए जा रहे हथकंडे फेल हो गए हंै और चिकित्सकों ने मंगलवार से सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय ले लिया है। आईजीएमसी के अलावा मंडी, टांडा, हमीरपुर व चंबा मेडिकल कालेजों के डाक्टर भी इस दिन अवकाश पर रहेंगे। डाक्टरों ने 4 अक्तूबर को पूरी तरह से सामूहिक अवकाश लेने का फैसला नहीं बदला है। सेमडिकोट के अध्यक्ष डाक्टर राजेश सूद ने बताया कि वह 4 अक्तूबर को सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। उन्होंने बताया कि मंडी, टांडा, हमीरपुर और चंबा मेडिकल कालेज के डाक्टर भी इस दिन छुट्टी पर रहेंगे।

सेमडिकोट ने अवकाश पर जाने की सूचना भी आईजीएमसी प्रिंसिपल को दे दी है। डाक्टरों ने शनिवार को भी काले बिल्ले लगाकर काम किया था। देर रात आईजीएमसी प्रिंसिपल डाक्टर सीता ठाकुर ने सेमडिकोट के अधिकारियों के साथ बैठक की, लेकिन डाक्टरों ने साफ कर दिया कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती, तब तक वह हड़ताल पर जाने का फैसला नहीं टालेंगे। सेमडिकोट के अध्यक्ष डाक्टर राजेश सूद ने बताया कि सरकार ने स्पेशलिस्ट डाक्टरों का अकादमिक भत्ता 7500 से 18000 रुपए कर दिया है, लेकिन मेडिकल कालेजों में काम करने वाले डाक्टरों को अभी तक यह भत्ता नहीं दिया है, जिसे प्रदान किया जाए। डेजीगनेटिड टाइम बांड की जगह रेगुलर टाइम बांड प्रोमोशन, आईजीएमसी से अन्य अस्पतालों में अस्थाई तौर पर शिक्षकों को भेजने का क्रम बंद होना चाहिए और 2008 का मॉडल रिस्टोर होना चाहिए। ऐसे में लगभग 250 डाक्टर सामूहिक अवकाश पर जाएंगे, जिसकी पूरी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की होगी।


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