नगरोटा में कटी शूर्पणखा की नाक

रामलीला मंचन के दौरान कलाकारों ने किया दर्शकों का मनोरंजन, खूब उमड़ रही भीड़
कार्यालय संवाददाता- नगरोटा बगवां
आज के डिजिटल युग में भी रंगमंच की भूमिका को महत्त्व देने की दिशा में नगरोटा बगवां में रामलीला को देखने उमड़ रही भीड़ सचमुच एक अपवाद के रूप में देखने को मिल रही है। यह कलाकारों और आयोजकों का ही कमाल है कि पिछले 35 सालों से लोगों के दिलो में बसे चले आ रहे रामलीला के आकर्षण को आज भी कम नहीं होने दिया। शनिवार को भी रोजाना की तरह जुटी भीड़ के बीच श्रीराम और लक्ष्मण को अपने प्रेम जाल में फंसाने में पूरी तरह असफल रही शूर्पणखा लक्ष्मण के हाथों अपनी नाक कटवा बैठी और इसकी खर दूषण के साथ शिकायत करने के बाद रावण दरबार पहुंच गई।

बहन की बेइज्जती का बदला लेने लव-लश्कर के साथ खर दूषण लक्ष्मण से भिडऩे तो आए, लेकिन उन्हें भी मुंह की खानी पड़ी, जबकि दूसरी ओर रावण मामा मारीच से मिलकर सीता हरण के माध्यम से राम को सबक सिखाने के लिए माथा पच्ची करने में जुटे हैं। उधर, भरत को जब राम वनवास की जानकारी मिली, तो उन्हें मां कैकेयी का यह फैसला नागवार गुजरा। आत्मग्लानि से भरे भरत भाइयों को वापस लाने के लिए जंगल की ओर निकल पड़े, लेकिन पिता के वचनों की लाज रखने कत्र्र्तव्य पथ पर निकले राम को वापस अयोध्या लाने में निष्फल रहे। इस दौरान भरत ओर राम का आपसी संवाद देखकर दर्शक भाव-विभोर हो गए, जिस भ्रातृ प्रेम के चित्रण को कलाकारों ने बखूबी निभाया ।