गगरेट से स्विच यूनिट शिफ्ट

सौ से अधिक कामगार बेरोजगार,वीआरएस लेने वालों पर धनवर्षा
स्टाफ रिपोर्टर-गगरेट
औद्योगिक क्षेत्र गगरेट की धडक़न कहे जाने वालों ल्युमिनस उद्योग का एक और यूनिट इस औद्योगिक क्षेत्र से छिटक गया है। इन्वर्टर यूनिट को यहां से शिफ्ट करने के बाद अब ल्युमिनस उद्योग ने अपना बिजली के स्विच तैयार करने वाला यूनिट भी यहां से शिफ्ट कर दिया है। इस यूनिट में सौ से अधिक कामगार कार्यरत थे। बेशक यहां कार्यरत कामगारों को अब कहीं और रोजगार की तलाश करनी होगी लेकिन यहां कार्यरत कामगारों की मानें तो इन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने पर उद्योग प्रबंधन ने इतनी सम्मानजनक राशि जरूर दी है कि जिसके सहारे वे अपने जीवन को नए सिरे से शुरू कर सकते हैं। स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने वाले कामगारों को उद्योग प्रबंधन की और से दस लाख रुपये से लेकर पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है।

ल्युमिनस उद्योग के वाइस प्रेजीडेंट (एचआर) सुरेश श्रीवास्तव ने बताया कि किसी भी उद्योग प्रबंधन के लिए अपने चलते यूनिट को बंद करना अति दुखद होता है। हालांकि अपरिहार्य कारणों के चलते उद्योग प्रबंधन को यह निर्णय लेना पड़ा लेकिन उद्योग प्रबंधन ने इस बात का भी पूरा ध्यान रखा है कि ल्युमिनस परिवार के सदस्य के रूप में यहां कार्यरत कामगार अपना भविष्य सुरक्षित रख सकें। इसके लिए उद्योग प्रबंधन स्वैच्छिक सेवानिवृति की योजना लेकर आगे आया और जो कामगार स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने के लिए आगे आए उन्हें श्रम विभाग के नियमों से कहीं अधिक आर्थिक लाभ दिए गए हैं। इसमें नब्बे दिन के वेतन के साथ जितने साल कामगार ने यूनिट में काम किया उतने गुणा पैसे उन्हें दिए गए हैं। इसमें कई कामगार ऐसे हैं जिन्हें दस लाख रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक का आर्थिक लाभ मिला है। हालांकि कई कामगारों ने स्वैच्छिक सेवानिवृति को स्वीकार नहीं किया है। इन का कहना है कि वे श्रम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।