रूस के खिलाफ प्रस्ताव पर भारत का किनारा; 94 देशों ने दिया समर्थन में वोट, 14 रहे खिलाफ, भारत संग 73 रहे दूर

By: Nov 16th, 2022 12:06 am

यूक्रेन को जंग से हुए नुकसान का मुआवजा देने को लेकर लाया प्रस्ताव मंजूर

94 देशों ने दिया समर्थन में वोट, 14 रहे खिलाफ भारत संग 73 रहे दूर

एजेंसियां — वाशिंगटन

रूस-यूक्रेन जंग करीब 11 महीने बाद भी जारी है। इसको रोकने की तमाम कोशिशें अब तक नाकाम साबित हुई हैं। अब इस मामले में नया ट्विस्ट आया। यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली (यूएनजीए) में एक प्रस्ताव लाया गया। इसमें कहा गया कि यूक्रेन को जंग से जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई रूस करे। इस प्रस्ताव पर वोटिंग भी हुई। भारत ने इसमें हिस्सा नहीं लिया। प्रस्ताव में रूसी हमले की वजह से यूक्रेन को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा देने की मांग की गई। इसमें कहा गया है कि रूस ने अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ा है। अमरीका और उसके सहयोगी पश्चिमी देशों के समर्थन से इस प्रस्ताव को यूएनजीए में पेश किया गया था। इसमें यूके्रन के पक्ष में 94 देशों ने वोट किया। इसके बाद प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया। बेलारूस, चीन, क्यूबा, उत्तर कोरिया, ईरान, रूस और सीरिया को मिलाकर 14 देशों ने प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया। भारत के साथ भूटान, ब्राजील, मिस्र, इंडोनेशिया, इजरायल, नेपाल, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका समेत 73 देशों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।

यूएन में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि हमें यह विचार करना होगा कि क्या यूएन में हुई वोटिंग से सब ठीक हो जाएगा? साथ ही महासभा में पारित हुए ऐसे प्रस्तावों की कानूनी रूप से क्या होगा यह भी स्पष्ट नहीं है। रुचिरा ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से पीएम नरेंद्र मोदी की कही बात ‘यह युद्ध का समय नहीं है’ को दोहराया। उन्होंने कहा कि भारत बातचीत और कूटनीति के जरिए जंग रोकना चाहता है। कंबोज ने आगे कहा कि बिना अंतरराष्ट्रीय कानून को ध्यान में रखे ऐसे प्रस्ताव नहीं लाना चाहिए, जिससे संयुक्त राष्ट्र के भविष्य के एजेंडे पर असर हो। ऐसे कदमों से बचना चाहिए, जो बातचीत को खतरे में डालकर इस संघर्ष को बढ़ाएं।

यूक्रेन के हालात को लेकर हिंदुस्तान चिंतित

कंबोज ने यह भी कहा कि भारत यूक्रेन की स्थिति को लेकर चिंतित है। इस युद्ध में कई लोगों की जान गई है और लाखों महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग बेघर हो गए, जिसकी वजह से उन्हें पड़ोसी देशों में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने दुनिया में आई आर्थिक गिरावट के लिए भी युद्ध को जिम्मेदार बताया।

यू्क्रेन में रूसी सैनिकों ने चुराए जानवर

खेरसॉन। यूक्रेन के खेरसॉन से रूसी सैनिक वापस लौट रहे हैं। रूसी सैनिकों की वापसी के दौरान का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में रूसी सैनिक एक स्थानीय जू से जानवरों को चुराते नजर आ रहे हैं। इन जानवरों में सात रैकून, दो फीमेल भेड़, मोर, लामा और गधा है। रूसी सिपाहियों के चिडिय़ाघरों से जानवरों को चुराते हुए कई वीडियो वायरल हुए हैं। ऐसी ही एक क्लिप में दिख रहा है कि एक रूसी सैनिक रैकून को पूंछ से पकडक़र पिंजरे में डाल रहा है। वहीं रैकून खुद को छुड़ाने के लिए संघर्ष करता नजर आ रहा है। इस वीडियो पर यूके्रन के लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। साथ ही तरह-तरह की टिप्पणियां भी कर रहे हैं। जिस तरह से रैकून खुद को छुड़ाने की कोशिश कर रहा है, यूक्रेन के लोग इस रैकून को स्टार बता रहे हैं। इसी तरह का एक वीडियो यूक्रेन में आंतरिक मंत्रालय मामलों के मंत्री के सलाहकार एंटन गेराशेन्को ने शेयर किया है। इसमें रूसी सिपाही एक लामा को ट्रक में लामा को चढ़ाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं। वहीं, यह भी दावा किया गया है कि सिर्फ जानवर ही नहीं, खेरसॉन से कई आर्टवर्क और अस्पतालों से मेडिकल इक्विपमेंट्स तक चुराए गए हैं।


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