कश्मीर के तीन जिले आतंकवादी मुक्त; एडीजीपी का दावा, घाटी में लश्कर-जैश के पास कोई कमांडर नहीं

By: Nov 28th, 2022 12:06 am

एजेंसियां — श्रीनगर

कश्मीर के तीन जिले आतंकवादी मुक्त हो गए हैं। कश्मीर के एडीजीपी विजय कुमार ने दावा किया कि आतंकवादी मुक्त जिलों में बांदीपोरा, कुपवाड़ा और गांदरबल का नाम शामिल है, जबकि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोएबा और जैश-ए-मोहम्मद के कई कमांडर पिछले दिनों हुई मुठभेड़ों में मारे जा चुके हैं। इस कारण घाटी में दोनों संगठनों को चलाने वाला कोई नेता नहीं बचा है। हालांकि एडीजीपी ने यह भी कहा कि इन तीनों जिलों में अब भी सात विदेशी आतंकवादी मौजूद हैं। कश्मीर के 13 पुलिस जिलों में अभी भी 81 आतंकवादी हैं, जिनमें 29 लोकल और 52 विदेशी मूल के (पाकिस्तानी) हैं। एडीजीपी विजय कुमार ने बताया कि दो साल पहले तक कश्मीर में करीब 80 टॉप कमांडर्स थे। मौजूदा समय में हिजबुल मुजाहिदीन का फारूक नल्ली 2015 के बाद से एकमात्र एक्टिव कमांडर है और वह भी सेनाओं के रडार पर है।

नल्ली के अलावा दो और कमांडर एक्टिव हैं। आंकड़ों में कहा गया है कि इस साल कश्मीर में कुल 169 आतंकवादी (127 स्थानीय आतंकवादी और 42 विदेशी आतंकवादी) मारे गए हैं। पहले कश्मीर में 15-18 हाइब्रिड आतंकवादी एक्टिव थे। अब भी ज्यादातर पुलवामा, शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग और दक्षिण कश्मीर में हैं। विजय कुमार के मुताबिक जे एंड के पुलिस ने इस साल 119 आतंकवादी मॉड्यूल्स का भंडाफोड़ किया है। वहीं इस साल कश्मीर में आतंकवादी रैंकों में 99 लोग भर्ती हुए थे। ये आंकड़ा पिछले सात सालों में सबसे कम है। इनमें से 64 मारे गए और 17 को गिरफ्तार कर लिया गया। सेना और पुलिस इस संख्या 50 से कम करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अगले दो साल में कश्मीर से आतंकवाद का सफाया हो जाएगा।

संभावित आतंकियों की वापसी कराई

पुलिस के मुताबिक कश्मीर में उनकी चिंता तुर्कीये से आने वाले हथियार, ओवर ग्राउंड महिला आतंकी और आतंकवादी बनने की दिशा में बढऩे वाले कट्टर लोग हैं। पुलिस को इनमें से 13 को वापस लाने में कामयाबी भी मिली है। पुलिस ने इसे आतंकवाद की चौथी कैटेगरी संभावित आतंकवादी बताया है।


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