Multi Task Worker: कौन देगा पगार, अभी तय नहीं, स्कूलों में तैनात 900 मल्टी टास्क वर्कर वेतन को तरसे

By: Nov 23rd, 2022 9:55 pm

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

प्रदेश के सरकारी मिडल स्कूलों में तैनात किए गए नवनियुक्त करीब 900 मल्टी टास्क वर्कर्स को पिछले चार महीनों से वेतन नहीं मिल पाया है। उक्त कर्मचारी नियुक्ति के बाद आज तक पहला वेतन भी नहीं पा सके हैं। बिना वेतन के ही ये वर्कर्स मिडल स्कूलों में सेवाएं देने को मजबूर हैं। यह पहली ऐसी भर्ती है, जिसमें वेतन किस हैड से देना है, ये भी शिक्षा विभाग को पता नहीं है और भर्तियां करके नियुक्तियां चार माह पहले कर दी गई हैं। प्रदेश सरकार अभी तक एमटीडब्ल्यू के लिए बजट का प्रावधान नहीं कर पाया है। गौर हो कि कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश के प्राइमरी व मिडल स्कूलों में जुलाई माह के आखिर में मल्टी टास्क वर्कर्स को ज्वाइनिंग दी थी। मल्टी टास्क वर्करों को 5625 रुपए मासिक वेतन निर्धारित किया गया था, लेकिन आज तक यह वेतन उनको नहीं मिला है। नवंबर माह की 23 तारीख भी निकल गई, लेकिन मल्टी टास्क वर्करों को अभी तक अगस्त, सितंबर, अक्तूबर माह का वेतन नहीं मिल पाया है और नवंबर माह का सैलरी बिल भी नहीं बना।

मल्टी टास्क वर्कर्स हर माह स्कूल हैड से वेतन की गुहार लगा रहे हैं। स्कूल हैड बीईईओ व शिक्षा उपनिदेशक से संपर्क कर रहे हैं, लेकिन वेतन की अदाएगी का मामला बहाल नहीं हो रहा है। बताया जा रहा है कि प्रदेश सरकार मल्टी टास्क वर्करों के लिए अभी तक बजट का प्रावधान नहीं करवा पाई है। ऐसे में स्कूलों में तैनात इन कर्मचारियों में दिन-प्रतिदिन प्रदेश सरकार के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है। आखिर इन कर्मचारियों को कौन से बजट से पैसा दिया जाए, इस पर सहमति नहीं बन पाई है वहीं वर्कर्ज जिला शिक्षा उप-निदेशक राज्य प्रारंभिक शिक्षा विभाग को बार-बार कपत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट करने का आग्रह कर रहे हैं, लेकिन अभी राहत नहीं मिली है।


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