वायु प्रदूषण रोकने में सुंदरनगर को दूसरा स्थान

By: Dec 3rd, 2022 12:01 am

भुवनेश्वर में कल नगर परिषद को किया जाएगा सम्मानित, बेहतरीन कार्य पर मिलेगा सम्मान

जसवीर सिंह — सुंदरनगर

वायु प्रदूषण की रोकथाम की दिशा में बेहतरीन कार्य करने के लिए प्रदेश की सबसे बड़ी नगर परिषद सुंदरनगर को देश भर में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। इस संदर्भ में चार दिसंबर को भुवनेश्वर में राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें नगर परिषद सुंदरनगर को भी सम्मानित किया जाएगा। नगर परिषद सुंदरनगर के कार्यकारी अधिकारी इंजीनियर करुण भरमोरिया यह सम्मान प्राप्त करने के लिए रवाना हो गए हैं। गौर हो कि नॉन अटेनमेंट सिटीज की लिस्ट में हिमाचल के साथ शहर आते हैं, जिसमें से सुंदरनगर भी एक है। नॉन अटेनमेंट सिटी इसका मतलब है, जिसमें पोलूशन की मात्रा अधिक होती है। 2011 में नेशनल पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने हिमाचल के इन सात शहरों की हवा की गुणवत्ता खराब बताई थी। जैसे दिल्ली में वायु प्रदूषण की गुणवत्ता सीवियर कैटेगरी में आती है।

सुंदरनगर में वायु प्रदूषण के दो मुख्य कारक हैं। इनमें पार्टिकुलेट मैटर 10 और पार्टिकुलेट मैटर 2.5 हैं। इसका मतलब है कि जो धूल मिट्टी उड़ रही हंै। सबसे ज्यादा धूल मिट्टी शहर में सडक़ के किनारे उड़ती है और इसमें कुछ पार्क भी थे। नगर परिषद सुंदरनगर ने सडक़ के किनारे शोल्डर लगाकर एवं पार्क में हरी घास लगाकर वायु प्रदूषण काफी कंट्रोल किया है। इससे हवा की गुणवत्ता सुधरी है। हवा की गुणवत्ता सुधार कर मॉडरेट कैटेगरी में आ गई है। इसके लिए चार दिसंबर को भुवनेश्वर में होने वाली वायु प्रदूषण से संबंधित नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए सुंदरनगर और नालागढ़ नगर परिषद का नाम नॉमिनेट हुआ है, जिसमें प्रथम पुरस्कार 10 लाख है। देश की सबसे प्रदूषण की श्रेणी में आने वाले शहरों से मुक्त करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे है। इसी संदर्भ में सुंदर नगर शहर के ऐतेहासिक जवाहर पार्क में हरी घास लगाने का का काम नगर परिषद द्वारा किया जा रहा है, ताकि धुल मिट्टी से राहत मिल सके। (एचडीएम)

अब हरी घास पर जॉगिंग

सुंदरनगर का पार्क शहर के बीचोबीच है। इसी वजह से यहां पर सुबह शाम जॉगिंग करने वालो का तांता लगा हुआ है। प्रशासन ने इस मैदान में नीलगिरी घास कृषि विश्वविद्यालय के सुझाव पर लगवाया है।

प्रदूषण मुक्त शहर बनाने को प्रयास

एसडीएम सुंदरनगर धर्मेश रामोत्रा ने कहा कि सुंदरनगर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए ऐसे प्रयास किए जा रहे है, जिसमे शहर से धूल मिट्टी हटाने के लिए इस तरह की घास, पेवर आदि लगवाए जा रहे है। जबकि नहर किनारे बीबीएमबी से सौंदर्यीकरण करवाया जा रहा है। शहर में नगर परिषद इस काम को करवा रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन सुंदरनगर को प्रदूषण मुक्त शहर की लिस्ट में लाना चाहता है।


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