द्रोण महादेव शिव मंदिर का मास्टर प्लान तैयार

स्टाफ रिपोर्टर- गगरेट
प्रसिद्ध द्रोण महादेव शिव मंदिर शिवबाड़ी को धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए तैयार किए गए मास्टर प्लान को अंतिम रूप दे दिया गया है। विधायक चैतन्य शर्मा ने भी धार्मिक पर्यटन के जरिए इस मंदिर को देश के प्रसिद्ध मंदिरों में शुमार करने में दिलचस्पी दिखाई है, ताकि धार्मिक पर्यटन इस क्षेत्र में भी रोजगार के द्वार खोल सके। गुरुवार देर सायं विधायक चैतन्य शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ डा. भीम राव अंबेडकर बहुतकनीकी संस्थान अंबोटा के वास्तुकार विभाग द्वारा तैयार किए गए इस मास्टर प्लान का अवलोकन किया और इनमें अमूलचूल बदलावों के साथ इसे धरातल स्तर पर उतारने के लिए अपनी सहमति जता दी है। द्रोण महादेव शिव मंदिर का विकास अलग-अलग फेज में होगा और अगर मास्टर प्लान धरातल पर उतरा तो धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से द्रोण महादेव शिव मंदिर ऐसा रमणीय स्थल बनेगा जो धार्मिक आस्था के वशीभूत स्वयं ही श्रद्धालुओं के कदम अपनी ओर खींचेगा। बेशक प्रदेश सरकार द्वारा इस ऐतिहासिक मंदिर का अधिग्रहण कर लिया है, लेकिन अभी तक इस मंदिर के विकास के लिए कोई बृहद योजना नहीं बन पाई थी।

यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिलें और अपने इतिहास के अनुरूप ही ये मंदिर देश के प्रसिद्ध मंदिरों में शुमार हो इसके लिए अब मंदिर प्रशासन के साथ प्रशासनिक अमला भी गंभीर दिख रहा है। इस मंदिर के लिए तैयार किया गया मास्टर प्लान सिरे चढ़ा तो मंदिर का मुख्य रास्ता चौड़ा करने के साथ यहां आधुनिक शौचालय ब्लॉक के निर्माण के साथ पार्किंग स्थल को विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही ऐतिहासिक मंदिर के साथ बने कमरों को तोड़ कर मंदिर परिसर को भी खुला करने का विचार है ताकि दूर से ही श्रद्धालुओं को मंदिर का बृहद दृष्य दिखे जो श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींचे। इसके साथ ही मंदिर परिसर में कीतर्न हाल के साथ-साथ भोजन हाल का निर्माण करने के साथ यहां नवग्रह वाटिका व शनि मंदिर का निर्माण करने का भी प्रावधान है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को प्रसाद खरीदने के लिए दुकानों का निर्माण करने का भी प्लान है। द्रोण महादेव शिव मंदिर पांडवकाल का मंदिर बताया जाता है। जिसका निर्माण पांडवों के गुरु रहे गुरु द्रोणाचार्य ने करवाया था। यहां स्थापित शिवलिंग को भी गुरु द्रोणाचार्य की पुत्री यज्याति कि जिद पर स्वयं भगवान शिव ने यहां स्थापित किया था।