डीसी के आश्वासन के बाद माने ग्रामीण

देहवी में विवादित स्थल पर एक हफ्ते के बाद शुरू हुआ फोरलेन निर्माण का काम; लोग बोले, मांगें नहीं मानी तो फिर बंद करवाएंगे काम

निजी संवाददाता — डैहर
सुंदरनगर उपमंडल के देहवी में पिछले एक सप्ताह से ग्रामीणों द्वारा भूमि व अन्य नुकसान का मुआवजा न मिलने की सूरत में बंद करवाए गए फोरलेन सडक़ निर्माण कार्य को गुरुवार से ग्रामीणों की सहमति के बाद बहाल किया गया है। उपायुक्त मंडी के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने निर्माण कार्य को बहाल करवाया है और अब काम शुरू हो गया है। गौरतलब रहे कि गत दिनों ग्रामीणों का प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त मंडी से मिला था और अपनी मांगों को रखा था। ग्रामीणों की मांग थी कि उनके नुकसान की जल्द भरपाई के साथ उनकी समस्याओं व मांगों हेतु उपायुक्त, एसडीएमएएनचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सहित निर्माण कंपनी के महाप्रबंधक और राजस्व विभाग की एक संयुक्त बैठक की जाए, ताकि इसका स्थायी हल निकल सके। वहीं, उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी द्वारा सभी ग्रामीणों को फोरलेन निर्माण कार्य न रोकने की बात कही और उन्हें भरोसा दिलाते हुए आश्वासन दिया कि उनकी मांगों और समस्याओं पर ध्यान दिया जाएगा। देहवी गांव के ग्रामीण बलवंत ठाकुर सहित अन्यों ने बताया कि उपायुक्त मंडी के आश्वासन पर विवादित स्थल ओर रोका गया निर्माण कार्य बहाल किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते उनकी मांगों और समस्याओं का हल नहीं हुआ तो ग्रामीणों पुन: फोरलेन निर्माण कार्य बंद करने के लिए बाध्य हो जाएंगे जिसके लिए प्रशासन पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगा।

सरकारी जमीन की अवैध कटिंग रोकने की मांग
मंडी। मंडी सुंदरनगर मार्ग पर मंडी से दो किलोमीटर की दूरी पर ब्राधीवीर में सरकारी जमीन पर की जा रही कटिंग को लेकर एक छात्रा ने जिला प्रशासन से संज्ञान लेने का अनुरोध किया है। छात्रा ने इस बारे में उपमंडलाधिकारी एसडीएम मंडी सदर को लिखे पत्र में कहा है कि वह उनका ध्यान सरकारी जमीन के अवैध कटान की ओर दिलाना चाह रही है। जिला मुख्यालय व जिला के सभी बड़े अधिकारियों के कार्यालयों से महज दो किलोमीटर की दूरी पर सुंदरनगर मार्ग पर ब्राधीवीर मंदिर के समीप यह कटान हो रहा है। यह एक पहाड़ी है, जिसमें कटान करना बरसात के दिनों में कोई बड़ा खतरा पैदा करने जैसा है। यह क्षेत्र नगर निगम में भी आता है और जमीन भी यहां पर सरकारी है। फिर भी कटिंग का काम धड़ल्ले से चल रहा है, जो पर्यावरण व नियमों के खिलाफ है। इस काम को तुरंत प्रभाव से बंद करवाकर इसकी जांच करवाने की मांग इस छात्रा ने अपने पत्र में की है। पत्र की प्रतियां उपायुक्त मंडी, तहसीलदार सदर व नगर निगम के आयुक्त को भेजी हैं तथा मीडिया को भी इसकी प्रति जारी की गई है।