रेणुका झील बचाने के लिए बनने लगा प्लान

केंद्रीय जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के साथ वन्य प्राणी विभाग मिलकर करेंगे काम, गाद बनी सबसे बड़ी चुनौती, 22 साल से सर्र्वे ही नहीं
सुभाष शर्मा-नाहन
रामसर साइट की अंतरराष्ट्रीय वैटलेंड श्री रेणुकाजी को लगातार मिल रही विभिन्न चुनौतियों से निजात दिलाने के लिए केंद्रीय जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के साथ वन्य प्राणी विभाग हिमाचल लॉग टर्म प्लान पर कार्य करेगा। विश्व वल्र्ड वैटलैंड के मौके पर गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर के वैटलैंड में अंकित श्री रेणुकाजी झील में बढ़ती गाद की समस्या के अलावा कैंचमेंट एरिया को संरक्षित करने के लिए इंटिग्रेटेड मैनेजमेंट प्लान को आगामी पांच साल के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके तहत वैटलैंड एरिया लगातार लेंटाना की गिरफ्त में आ रहा है, इससे मुक्ति दिलाई जाएगी। वहीं गाद की समस्या पर भी काम किया जाएगा। बता दें कि तीन किलोमीटर की परिधि वाली श्री रेणुकाजी झील अथवा रामसर साईट वैटलैंड में सबसे बडा चैलेंज झील में बढ़ती गाद की समस्या से जुझना माना जा रहा है। वहीं अब वन्य प्राणी विभाग के तहत आने वाले रामसर साइट वैटलैंड में राष्ट्रीय जलीय जीवों के संरक्षण योजना के तहत वैंटलैंड का संरक्षण के लिए कदम उठाए जाएंगे। हालांकि पूर्व में भी श्रीरेणुकाजी झील में बढती हुई सिल्ट समस्या के बारे में विभिन्न पटल पर योजनाएं बनाई गईं हैं।

मगर ठोस कार्य न होने से झील मेंं सिल्ट का समाधान नहीं हो पाया है। डीएफओ वाइल्ड लाइफ शिमला रविशंकर शर्मा ने बताया कि नेशनल प्लान आफ कंर्जवेशन आक्वाटिक एरिया के तहत अब झील के जलीय जीवों की स्पीसीज पर भी कार्य होगा। गौर हो कि वर्ष 2000 के बाद प्राकृतिक झील के जलीय जीवों की विभिन्न स्पीसीज की स्टडी वर्क नहीं हो पाया है। जिसमें मछलियों के अलावा माइक्रो से लेकर विभिन्न तरह के जलीय जीवों का रिकार्ड कायम किया जाएगा। यहीं नहीं लंबे समय से वैटलैंड अथवा प्राकृतिक झील रेणुकाजी की पानी की क्वालिटी को भी परखा नहीं गया है। जिसके चलते जलीय जीवों के लिए बायोलॉजिकल आक्सीजन डिमांड के नियंत्रण पर भी प्रश्न चिन्ह लगते हैं। गौर हो कि वैटलैंड के अलावा श्री रेणुकाजी झील का आस्था के साथ जुडाव है। वहीं यहां पर मानवीय गतिविधियों का भी समय -समय पर जमावड़ा रहता है। साथ ही यहां पर मिनी जू भी है। जिसके चलते वेस्ट मैनेजमेंट भी वेटलेंड अथवा प्राकृतिक झील के लिए चैलेंज बना हुआ है। इसके लिए अब लगातार झील के लिए चुनौतियों पर फोक्स किया जाएगा। झील को साफ-सुथरा बनाया जाएगा।