देवता घटोत्कच और देवता पांच वीर का भव्य देव मिलन

स्टाफ रिपोर्टर-बंजार
चैत्र नवरात्र एवं नव संवत्सर 2080 की शुभ बेला पर बंजार घाटी के अनेक ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय देवी-देवताओं के सम्मान में नव संवत्सर पर्व देव विधि अनुसार मनाया गया। इसी कड़ी में पांच कोठीं सराज के प्रमुख अधिष्ठाता देवता शृंगा ऋषि की तपोस्थली में नवसंवत के शुभ अवसर पर हारियानों ने देव परंपरा निभाते हुए नवसंवत पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया। वहीं बालागाड़ स्थित भूहणी धार मंदिर में देवता घटोत्कच और देवता पांच वीर का परस्पर भव्य मिलन हुआ तथा महर्षि मार्कंडेय एवं माता बाला दुर्गा के कुल पुरोहित पंडित हरि ने वर्ष भर का वृत्तांत मंदिर में पहुंचे देवता के कारकूनों और हारियानों को सुनाया गया।

कुल्लू जिला देवी-देवता कारदार संघ के महासचिव टीसी महंत ने जानकारी देते हुए बताया कि चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन से नवरात्र तक कुल्लू सहित बंजार घाटी के अनेक मंदिरों में स्थानीय देवी-देवताओं के सम्मान में भजन-कीर्तन का क्रम जारी रहेगा। वहीं इस दौरान कई ग्रामीण अपने घरों में चैत्र नवरात्र में जब पाठ का आयोजन करते हैं, जिसमें अपने अपने कुलदेवता इष्ट देवता को आमंत्रित करके घरों में धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन श्रद्धा पूर्वक किया जाता है।