भारत में एनआरआई का खाता खोलने की पात्रताएं

By: Mar 13th, 2023 12:08 am

अनिवासी भारतीयों की बैंकिंग आवश्यकताएं एक निवासी भारतीय से भिन्न होती हैं। उनके आय के स्रोत भारत और उनके निवास के देश, दोनों में हो सकते हैं। एनआरआई की जरूरतों पर आधारित हैं। ऐसा ही एक बैंकिंग उत्पाद एनआरआई खाता है।

लेखक : करुणेश देव

एनआरआई कौन होता है

भारतीय नागरिक जो देश से बाहर रहता है, उसे एनआरआई कहा जाता है। कराधान के दृष्टिकोण से, ऐसे व्यक्तियों को श्निवासी भारतीय के रूप में अपनी स्थिति की पहचान करने के लिए निम्नलिखित में से किसी भी शर्त को पूरा करने की आवश्यकता है। यदि वे पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान 182 दिन या उससे अधिक की अवधि में भारत में थे या वे पिछले वित्त वर्ष के दौरान 60 दिन या उससे अधिक की अवधि में भारत में थे और पिछले वर्ष के ठीक पहले के चार वर्षों के दौरान 365 दिन या उससे अधिक। यदि शर्तें पूरी नहीं होती हैं, तो अनिवासी भारतीय माना जाता है।

एनआरआई खाता क्या है
अनिवासी भारतीय या भारतीय मूल के व्यक्ति (पीआईओ) भारत में बैंक खाते का स्वामित्व और संचालन कर सकते हैं, जिसे एनआरआई खाते के रूप में जाना जाता है। यह खाता बचत, चालू या जमा खाता हो सकता है और अनिवासी भारतीयों द्वारा भारत या विदेश से अपनी कमाई को बचाने और निवेश करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। एनआरआई खाते रुपए में या अन्य निर्धारित विदेशी मुद्रा में हो सकते हैं।

खाता खोलने के लिए पात्रता मानदंड
निम्नलिखित प्रकार के व्यक्ति एनआरआई खाता खोलने के पात्र हैं:
1. विदेश में तैनात सरकार या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) के अधिकारी।
2. संयुक्त राष्ट्र यासंबद्ध संगठनों में कार्यरत।
3. भारतीय मूल के व्यक्ति (पीआईओ) या भारत के विदेशी नागरिक (ओसीआई)
4. अनिवासी भारतीय
5. अध्ययन, व्यवसाय या रोजगार के लिए बाहर रहने वाला भारतीय नागरिक।
6. एक विदेशी पासपोर्ट धारक पाकिस्तान या बांग्लादेश को छोडक़र। जिसका पूर्व में भारतीय पासपोर्ट रहा हो।
7. जिनके दादा-दादी या माता-पिता भारतीय नागरिक अधिनियम या भारत के संविधान के अनुसार भारतीय नागरिक थे।
8. जो पीआईओ या भारतीय नागरिक का जीवनसाथी है।

एनआरआई खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज
एनआरआई खाता खोलते समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
1. सभी बुनियादी विवरणों के साथ वैध पासपोर्ट की प्रति
2. एनआरआई प्रमाण दस्तावेज जैसे, वैध वर्क परमिट-वीजाए
3. निवास प्रमाण पत्र
4. पैन कार्ड या फॉर्म 60
इन दस्तावेजों को विधिवत सत्यापित किया जाना आवश्यक है।

एनआरआई खातों के प्रकार
बैंकों द्वारा तीन प्रकार के एनआरआई खाते प्रदान किए जाते हैं:
1.अनिवासी साधारण खाता (एनआरओ)
अनिवासी भारतीय भारत में उत्पन्न होने वाली अपनी आय को प्राप्त करने और प्रबंधित करने के लिए अनिवासी साधारण रुद्ध खातों का संचालन कर सकते हैं। आय का स्रोत किराया, पेंशन, लाभांश आदि हो सकता है। इस खाते से निकासी केवल भारतीय रुपए में हो सकती है और अर्जित ब्याज कर के अंतर्गत है।

2.अनिवासी बाहरी खाता (एनआरई)
यह रुपए आधारित खाता है और सेवा प्रदान करने वाले किसी भी बैंक में खोला जा सकता है। एनआरई खाते विदेशों में सृजित संपत्ति-अर्जित धन से खोले जा सकते हैं और आसान प्रत्यावर्तन की अनुमति देता है। इस खाते से उत्पन्न ब्याज राशि एनआरआई के लिए कर मुक्त है।

3. एएफसीएनआर खाता
विदेशी मुद्रा अनिवासी बैंक खाता या एफसीएनआर बी खाता केवल अनिवासी भारतीयों, भारतीय मूल के व्यक्तियों या विदेशी नागरिकों के लिए सावधि जमा की सुविधा देता है। ये जमा भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के अनुसार नौ विदेशी मुद्राओं में से किसी में भी किए जा सकते हैं।

चलते-चलते
बड़ी संख्या में भारतीय काम के लिए विदेश जा रहे हैं और बेहतर अवसरों के लिए वहां बस रहे हैंए उनके भारतीय खाते का उपयोग बैंकिंग लेनदेन के लिए नहीं किया जा सकता है। एनआरआई खाते उनके वित्तीय जीवन को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक सुविधा प्रदान करते हैं।

संपर्क: karuneshdev@rediffmail.com

नोट : यहां दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य से दी गई है। किसी भी निवेश से पहले उसकी पूरी जानकारी अवश्य लें।


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