आलू के दाम गिरने से किसान परेशान

600 रुपए प्रति क्विंटल दाम के चलते आलू उत्पादक के चेहरे मुरझाए, एक हजार हेक्टयेर भूमि पर ने उगा रखी है फसल

नगर संवाददाता- ऊना
जिला ऊना में आलू के दामों में आई भारी गिरावेट से आलू उत्पादक खून के आंसू रोने को मजबूर हो गए है। मंडियों में आलू की फसल के दाम प्रति क्विंटल 600 रुपए मिल रहे है। खेतों में आलू की नई फसल 10 दिन बाद निकलने जा रही है, लेकिन मौजूदा समय में आलू के कम दाम ने किसानों के होश उड़ा रखे है। किसानों को चिंता सता रही है कि अगर दाम ऐसे ही रहे तो आलू की फसल को निकालने व बीज आई की भरपाई भी नहीं हो पाएगी। बताते चले कि जिला ऊना में रबी के सीजन में किसानों ने करीब 1000 हेक्टेयर भूमि पर आलू की बिजाई की है। हालांकि किसान पहले ही मौसम की मार झेल चुके है, वहीं अब आलू के दामों में आई भारी गिरावट ने किसानों की मुश्किले और बढ़ा दी है। किसानों का मानना है कि फसल को कई बार स्प्रे करना पड़ता है। सिंचित करना पड़ता है। वहीं गुढाई आदि भी की गई है। अब जब फसल पक कर तैयार हुई है तो आलू के दाम औंधे मुंह गिर गए है।

किसानों का कहना है कि अगर ऐसे ही दाम मिलेंगे तो उन्हें आलू की फसल बोने का काम बंद करना पड़ सकता है। किसान हितेश रायजादा, मलकीयत सिंह, पंकज रायजादा, रामपुर गांव से हैप्पी ने बताया कि उन्होंने अपने खेतों में आलू की बंपर फसल बोई है। उन्होंने कहा कि हजारों रुपए स्प्रे व फसल को पानी देने पर खर्च किए गए। उन्होंने कहा कि 10 दिन तक आलू की फसल निकाली जानी है, लेकिन दाम के मामले में जिस तरह से किसानों को नुकसान दिखाई दे रहा है ऐसे में खेती कारोबार को जारी रखना बेहद मुश्किल होगा। वहीं, उपनिदेशक कृषि विभाग ऊना कुलभूषण धीमान ने कहा कि जिला ऊना में एक हजार हेक्टयेर भूमि पर किसानों ने आलू फसल की बिजाई की है। रबी मौसम में आलू की बंपर पैदावार हुई है। इस मौसम में बाहर का आलू भी आसानी से उपलब्ध होने के चलते दाम कम ही मिल रहे है। किसान होशियारपुर सहित पंजाब के अन्य क्षेत्रों की मंडियों के दामों में भी नजर रखें, जहां अधिक दाम मिल रहे है, वहीं अपनी फसल बेचें