नवरात्र में भक्तों के लिए सज गए मां शेरांवाली के द्वार

By: Mar 22nd, 2023 12:08 am

24 घंटे खुला रहेगा चिंतपूर्णी मंदिर, नयनादेवी में रात 12 से दो बजे तक बंद रहेंगे कपाट, रात 10 बजे तक होंगे मां ज्वाला-बज्रेश्वरी-चामुंडा के दर्शन

अमन वर्मा — शिमला

चैत्र नवरात्र मेलों के लिए मां शेरांवाली के द्वार अपने भक्तों के लिए सज गए हैं। नवरात्र के दौरान प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में मां की विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। इसके अलावा माता को विशेष व्यंजनों के भोग लगाए जाएंगे। प्रदेश के पांचों शक्तिपीठों श्रीबज्रेश्वरी देवी, श्रीज्वालामुखी, श्रीनयना देवी, श्रीचामुंडा देवी तथा श्रीछिन्नमस्तिका धाम चिंतपूर्णी में माता के स्नान, शृंगार व आरती अलग-अलग समय तय किया गया है। चैत्र नवरात्र मेले के दौरान चिंतपूर्णी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे खुला रहेगा। चिंतपूर्णी मंदिर के बिरादरी सभा के प्रधान रविंद्र छिंदा ने बताया कि सुबह चार बजे मइया के स्नान के बाद शृंगार किया जाएगा और मां को आरती के साथ भोग लगाया जाएगा। इसके बाद दोपहर 12 बजे मइया को भोग लगेगा। इसके बाद शाम सात बजे मइया का स्नान व शृंगार के बाद मईया की आरती की जाएगी और भोग लगाया जाएगा।

वहीं, चामुंडा देवी मंदिर में नवरात्रों के दौरान मां की विशेष पूजा की जाएगी। मंदिर के पुजारी ओम व्यास ने बताया कि नवरात्रों में मंदिर सुबह साढ़े चार बजे खुलेगा और रात को 10 बजे तक बंद होगा। उन्होंने बताया में सुबह साढ़े चार बजे मइया के स्नान के बाद शृंगार किया जाएगा। उसके बाद आठ बजे, फिर दोपहर 12 बजे और फिर शाम साढ़े सात बजे मां की आरती के बाद भोग लगाया जाएगा। उधर, नयना देवी मंदिर नवरात्रों में रात 12 से दो बजे तक बंद किया जाएगा। इन चार घंटों में मां का स्नान और शृंगार के बाद एक साथ चार आरतियां की जाएंगी। मंदिर में पुजारी तरुणेश शर्मा ने बताया कि मंदिर में 12 से साढ़े 12 बजे और शाम को मां को विशेष भोग लगाए जाएंगे। इसके अलावा ज्वाला जी मंदिर सुबह चार बजे खुलेगा और रात 10 बजे बंद होगा। मंदिर के पुजारी अनिल शर्मा ने बताया कि नवरात्रों में ज्वाला मां का सुबह चार बजे स्नान व शृंगार के बाद आरती होगी। सुबह के भोज के बाद दोपहर साढ़े 11 बजे और शाम सात बजेमईया की आरती के साथ भोग लगेगा।

पुजारी अनिल शर्मा ने बताया कि रात को साढ़ नौ बजे से दस बजे तक मइया की शायन आरती होगी, जिसमें मइया का शृंगार व पूजा-अर्चना होगी। छठी, सातवीं, अष्टमी के दिन सारी रात मंदिर खुला रहेगा। वहीं, ब्रजेश्वरी देवी मंदिर नवरात्रों के दौरान सुबह चार बजे से रात दस बजे तक मंदिर खुला रहेगा। मंदिर के पुजारी राम प्रसाद ने बताया कि नवरात्रों में दौरान शत चंडी महायज्ञ किया जाएगा। पुजारी राम प्रसाद ने बताया ने बताया कि सुबह पांच बजे मइया का स्नान, शृंगार व आरती के साथ चना-पूरी, मेवे व दूध का भोग लगाया जाएगा। उसके बाद दोहपर 12 बजे चावल, दाल और सब्जी का भोग लगेगा। शाम को साढ़े सात बजे मइया को आरती के साथ चना-पूरी भोग लगेगा। उसके बाद रात नौ बजे मां को मेवा और दूध व फलों का भोग लगाया जाएगा। (एचडीएम)


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