नयनादेवी के धार्मिक पर्यटन विकास के लिए बनेगा मास्टर प्लान

मंदिर न्यास आर्किटेक्ट हायर कर बनवाएगा पूरा प्लान; माता के दर्शन के लिए आसान होगी सुविधा, लंगर व्यवस्था भी बनेगी सुदृढ़

अश्वनी पंडित-बिलासपुर
प्रसिद्ध शक्तिपीठ नयनादेवी के धार्मिक पर्यटन विकास के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। इसके लिए आर्किटेक्ट की तलाश की जा रही है। आर्किटेक्ट हायर कर मंदिर न्यास प्रशासन द्वारा नयनादेवी के सुनियोजित विकास के लिए प्लान तैयार करवाया जाएगा। श्रद्धालुओं को हरसंभव सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ ही मां नयना के दर्शन की आसान सुविधा व लंगर व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए उपायुक्त ने यह नया इनिशियटिव लिया है। दरअसल, नयनादेवी मंदिर क्षेत्र का एरिया काफी तंग है। इसलिए यदि नई योजनाओं को धरातल पर उतारना है तो स्थानीय दुकानदार व लोग प्रभावित होंगे। दिव्यांग व चलने-फिरने में अक्षम लोगों को मां नयना के दर आसान तकनीक के माध्यम से पहुंचाने और दर्शन की आसान सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए गहनता से विचार चल रहा है। बताया जा रहा है कि मंदिर न्यास के पास अभी साठ से सत्तर करोड़ रुपए का बजट उपलब्ध हैं।

ऐसे में विकास के मामले में बजट की कोई कमी आड़े नहीं आएगी। इसलिए मंदिर न्यास प्रशासन नयनादेवी को धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए योजनावद्ध ढंग से काम कर रहा है। पिछले दिनों उपायुक्त आदिब हुसैन सादिक ने मंदिर न्यास की मीटिंग ली है जिसमें सत्रह बिंदूओं पर गहन चर्चा की गई है। मीटिंग के बाद उपायुक्त ने नयनादेवी में प्रस्तावित प्रोजेक्टों पर भी संबंधित अधिकारियों के साथ भी चर्चा की है। लंगर व्यवस्था को साफ-सुथरा व व्यवस्थित बनाने के लिए भी योजना पर काम किया जाएगा, जबकि मां नयना के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को आसान सहूलियत उपलब्ध करवाने के लिए भी योजना पर काम किया जा रहा है। नयनादेवी क्षेत्र में जितने भी प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं उन्हें एक बार स्टडी किया जाएगा। यदि कोई अड़चन नहीं तो फिर समयवद्ध पूरा करवाने के लिए जोर दिया जाएगा। नयनादेवी में होल्डिंग एरिया के साथ ही एक स्काई ग्लास ब्रिज और मंदिर तक लिफ्ट निर्माण की योजना प्रस्तावित हैं जिन पर प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में इन योजनाओं को कैसे आगे बढ़ाया जाए और नई योजनाओं को सम्मिलित कर किस प्रकार से श्रद्धालुओं को सहूलियतें उपलब्ध करवाई जाएं इस पर आर्किटेक्ट पूरे एरिया का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करेंगे और उसके बाद ही मास्टर प्लान बनेगा। (एचडीएम)

पूरे क्षेत्र का तैयार होगा मास्टर प्लान

उधर, इस संदर्भ में उपायुक्त आदिब हुसैन सादिक का कहना है कि पिछले दिनों नयनादेवी का विजिट किया है और मंदिर न्यास की मीटिंग में सत्रह बिंदूओं पर चर्चा की गई है। मां नयनादेवी के दर श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाएं और दर्शन की आसान सुविधा उपलब्ध उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत योजनाबद्ध ढंग से काम किया जाएगा। पूरे क्षेत्र का मास्टर प्लान तैयार होगा। इसके लिए जल्द ही आर्किटेक्ट हायर किया जाएगा। मास्टर प्लान बनने के बाद आगे की योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।