मां भंगायणी स्वयं सहायता समूह अव्वल

By: Mar 5th, 2023 12:55 am

शिमला में पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस में सिरमौरी व्यंजनों का स्टॉल लगाकर पाई सफलता

निजी संवाददाता, नौहराधार
शिमला के रिज मैदान पर संपन्न हुए पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस में सिरमौरी व्यंजनों का स्टॉल लगाकर हरिपुरधार के मां भंगायणी स्वयं सहायता समूह ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। गु्रप की इस कामयाबी पर समूचा गिरिपार क्षेत्र गौरव महसूस कर रहा है। मेले में गिरिपार क्षेत्र के पारंपरिक व्यंजन शुगर फ्री नूडल की खूब धूम रही। शुगर फ्री नूडल जहां देश भर से आए पर्यटकों को खूब भाया। वहीं विदेशी पर्यटकों ने भी इसे खूब पसंद किया। इस व्यंजन को कोदे के आटे से तैयार किया जाता है। यह आटा पूरी तरह से शुगर फ्री होता है। शुगर फ्री नूडल के अलावा पर्यटकों को हाटी समुदाय के पारंपरिक व्यंजन असकली, लुश्के, सिडकु, खीर पुड़े, पुदीने भंगजीरे व बुरांस की चटनी व लहसुन के आचार को भी देश-विदेश के पर्यटकों ने खूब पसंद किया। हरिपुरधार के मां भंगायणी स्वयं सहायता समूह की प्रधान मथुरा भीमटा व सचिव सुमन राणा ने मेले में सिरमौर जिले के पारंपरिक व्यंजनों का स्टॉल लगाया था।

समूह की अध्यक्ष मथुरा भीमटा ने बताया कि उन्होंने मेले के लिए जो प्रोडक्ट तैयार किए थे उस पर कुल 66 हजार रुपए खर्च हुए थे, उन्होंने अढ़ाई लाख से अधिक की बिक्री की जिससे उन्हें पांच दिनों में 1.88 लाख का शुद्ध मुनाफा हुआ है। महिलाओं ने बताया कि आर्गेनिक खेती से तैयार प्रोडक्ट लाल चावल, सतू, जौं व कोदे के आटे की भी खूब बिक्री हुई। राजमा, कोल्थी, मूंग, रोंगी, भंगजीरा, माश व अरबी से तैयार की गई नाल बडिय़ों को भी सैलानियों ने खूब पसंद किया। गेहूं व चालव से तैयार मुड़े की मांग इतनी अधिक रही कि मुड़े का स्टोक एक दिन में ही खत्म हो गया। समूह की महिलाओं ने मेले में स्टॉल लगाने के लिए प्रेरित करने के लिए नाबार्ड के अधिकारियों का विशेष तौर पर आभार प्रकट किया ।


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