सरकारी स्कूल में बास्केटबाल कोर्ट की जगह गाढ़ दिए पोल

हमीरपुर में पोल पर बोर्ड- रिंग लगाना भूला स्कूल प्रबंधन, शिक्षा विभाग ने अब स्कूल मुखिया से मांगा बास्केटबाल कोर्ट का रिकार्ड

कार्यालय संवाददाता-हमीरपुर
हमीरपुर जिला के एक सरकारी स्कूल में बास्केटबाल कोर्ट के लिए जारी की गई लाखों रुपए की राशि गोल कर दी गई है। बास्केटबाल कोर्ट में दो पोल की सिवाए कुछ नजर नहीं आ रहा, उनमें भी जंग लगा हुआ है। शिक्षा विभाग की टीम ने जब स्कूल इंचार्ज से इस बारे में जाना चाहा, तो वह उन्हें कोई भी संतुष्ट जवाब नहीं दे पाया। ऐसे में शिक्षा विभाग ने संबंधित स्कूल के खिलाफ जांच बिठा दी, ताकि मामले में सच्चाई सामने आ सके। जिला के एक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में करीब सात-आठ वर्ष पहले बास्केटबाल कोर्ट के लिए करीब चार-पांच लाख रुपए की राशि पाइका के जरिए मुहैया करवाई की गई थी। स्कूल में बास्केटबाल कोर्ट में दो पोल लगाकर औपचारिकता पूरी कर दी गई है। पोल पर बोर्ड व रिंग लगाना स्कूल प्रबंधन भूल गया है और पोल में भी अब जंग लग चुका है। उच्चतर शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर ने जब संबंधित स्कूल का मुआयना किया, तो स्कूल मैदान में जंग लगे बास्केटबाल पोल देखकर हैरान रह गए। उन्होंने जब संबंधित स्कूल मुखिया से इसके बारे में जाना चाहा, तो वह कुछ नहीं बता पाए। क्योंकि उन्होंने कुछ समय पहले ही स्कूल का कार्यभार संभाला है।

ऐसे में शिक्षा उपनिदेशक ने संबंधित स्कूल मुखिया को बास्केटबाल कोर्ट को लेकर कितनी राशि जारी हुई है और कब जारी हुई है। कहां से पैसा जारी हुआ है और उक्त पैसा कहां लगाया गया है इत्यादि जानकारी जल्द मुहैया करवाने को कहा है,ताकि अगर सरकारी पैसे का कहीं दुरुपयोग किया गया है, तो संबंधित स्कूल मुखिया के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सके। क्योंकि बास्केटबाल कोर्ट न बनने से छात्र भी खेलकूद की गतिविधियों से वंचित रह गए हैं। स्कूल कैंपस में बेहतर बास्केटबाल कोर्ट होता, तो छात्र भी इसमें विशेष रुचि दिखाते।

हमीरपुर जिला के एक सरकारी स्कूल में बास्केटबाल कोर्ट की जगह दो पोल लगाकर औपचारिकता पूरी कर दी गई है। पोल भी अब जंग की चपेट में आ गए हैं। बास्केटबाल कोर्ट का पैसा किस फंड से जारी हुआ है और कहां पर लगाया गया है इसकी जानकारी संबंधित स्कूल मुखिया से मांगी गई है, उसके बाद ही इस संदर्भ में कुछ कहा जा सकता है।
बीडी शर्मा, उपनिदेशक, उच्चतर शिक्षा विभाग हमीरपुर