शेयर बाजार में गिरावट दर्ज, छोटी और मझोली कंपनियों पर भी रहा दबाव

बीएसई संवेदी सूचकांक 360 अंक टूटा, छोटी और मझोली कंपनियों पर भी रहा दबाव

एजेंसियां-मुंबई

एशियाई बाजार से मिले कमजोर संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली के दबाव में शेयर बाजार में आज 0.60 प्रतिशत की गिरावट में रहा। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक 360.95 अंक टूटकर 57628.95 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 111.65 अंक गिरकर 17 हजार अंक से नीचे 16988.40 अंक पर रहा। इस दौरान छोटी और मझौली कंपनियों में भी बिकवाली का दबाव रहा जिससे बीएसई का मिडकैप 1.12 प्रतिशत टूटकर 23842.05 अंक पर और स्मॉलकैप 0.99 प्रतिशत गिरकर 26899.39 अंक पर रहा। बीएसई में शामिल समूहों में एफएमसीजी में 0.60 प्रतिशत की बढ़त को छोडक़र शेष सभी समूहों में गिरावट रही जिसमें धातु में सबसे अधिक 2.17 प्रतिशत और हेल्थकेयर में सबसे कम 0.09 प्रतिशत की सबसे कम की गिरावट रही। बीएसई में कुल 3752 कंपनियों में कारोबार हुआ जिसमें से 2480 को नुकसान हुआ जबकि 1143 हरे निशान में रही। इस दौरान 129 में कोई बदलाव नहीं हुआ। वैश्विक स्तर पर यूरोपीय बाजार हरे निशान में जबकि एशियाई बाजार लाल निशान में रहे।

ब्रिटेन का एफटीएसई 0.05 प्रतिशत और जर्मनी का डैक्स 0.40 प्रतिशत की बढ़त में रहा जबकि हांगकांग का हैंगसेंग 2.65 प्रतिशत, जापान का निक्केई 1.42 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.48 प्रतिशत की गिरावट में रहा। उधर गोल्ड सोमवार को ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट के मुताबिक 10 ग्राम सोना 1,451 रुपए महंगा होकर 59, 671 रुपए बिक रहा है। इससे पहले 2 फरवरी को सोना अपने ऑल टाइम हाई पर था। तब इसकी कीमत 58 हजार 882 रुपए प्रति 10 ग्राम थी।आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता कहते हैं कि शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के कारण सोने को सपोर्ट मिल रहा है। इसके चलते इस साल के आखिर तक सोना 65 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक सोने में 2020 से शुरू सुपर साइकिल अब भी जारी है। इस साल सोना 62, 000 तक पहुंचने का अनुमान था, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में ये 64,000 तक पहुंच सकता है। कामा ज्वेलरी के एमडी कोलिन शाह ने कहाए पिछले एक महीने में सोने की कीमतें करीब 7.8 प्रतिशत बढ़ी हैं। ये तेजी मुख्य रूप से अमरीकी बैंकिंग संकट के कारण है। सोने की कीमतों में बढ़ोतरी स्लो इकोनॉमिक ग्रोथ का भी संकेत है। दुनियाभर के सेंट्रल बैंक इस समय गोल्ड रिजव्र्स को बढ़ा रहे हैं। भारत में गुड़ी पड़वा से शुरू होने वाला त्योहारी सीजन रिटेल लेवल पर डिमांड बढ़ाएगा। हमें उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में सोने में और तेजी आएगी और नई ऊंचाई को छूएगा।