धर्मशाला में वोल्वो बसों को नहीं कोई ठिकाना

बाईपास पर सडक़ किनारे बना दिया अड्डा, पर्यटन नगरी से बड़े शहरों को हर दिन चलती हैं दर्जनों गाडिय़ां

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-धर्मशाला
ंपर्यटन नगरी धर्मशाला मकलोडगंज में सैलानियों को लाने व ले जाने के लिए हर दिन दर्जनों वोल्वो बसें आती व जाती हैं। इन महंगी व सुविधाजनक गाडिय़ों को खड़ा करने के लिए कोई उचित स्थान, अड्डे का प्रबंधन नहीं है। उचित ठिकाना न होने के चलते अधिकर बसें अड्डे व परिवहन निगम की वर्कशाप के निकट मकलोडगंज बाईपास पर सडक़ किनारे ही खड़ी रहती हैं। पठानकोट और मकलोडगंज की ओर जाने वाले चौक पर वोल्वो बसों की भीड़ के साथ साथ इन दिनों परिवहन निगम की बसें भी सडक़ किनारे खड़ी रहती हैं। जिससे अब सडक़ पर ही वोल्वो बसों का अस्थायी अड्डा बन गया है।

धर्मशाला मकलोडगंज में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रयास किए जातें हैं लेकिन पर्यटकों को लाने और ले जाने वाली वोल्वों बसों के लिए किसी उचित ठिकाने की व्यवस्था नहीं है। जिससे बसें सडक़ पर खड़ी होकर जाम का कारण बनती हैं। उधर निजी वोल्वों बसों के माध्यम से पर्यटकों को सुविधा देने वाले इन गाडिय़ों के चालकों एवं मालिकों में भी महंगी बसों के लिए उचित व्यवस्था न होने से रोष है। सरकारों द्वारा निजी क्षेत्र को प्रमोट करने के भले ही दाबे किए जाते हों, लेकिन धर्मशाला की सडक़ों पर खड़ी यह वोल्वो बसें इन दावों की पोल खोल रही हैं। निजी क्षेत्र के निवेश के लिए सरकार इन्वेस्टर मीट सहित कई तरह के आयोजन भी करती हैं, लेकिन प्रदेश में निवेश कर रोजगार देने के साथ साथ सैलानियों को आकर्षित करने में सहयोग देने वाली कंपनियों को सुविधाएं न देने से सरकार के दावे हवा हवाई हो जाते हैं।