छात्रों की सुरक्षा और अनहोनी से बचाव का क्या है प्लान
स्टाफ रिपोर्टर-शिमला
स्कूलों में किसी भी आपदा के समय ऐसा कोई कोना न हो जिसके बारे में स्कूल अध्यापकों को पता न हो और किसी भी अनहोनी घटना पर स्टूडेंट्स की जान खतरे में न आए। इसके लिए नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट गाइडलाइन का अब हर स्कूल को पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। गाइडलाइन के तहत स्कूल सेफ्टी पॉलिसी 2016 में ही लागू कर दी गई थी, लेकिन अभी भी कई स्कूलों में इसका पालन नहीं हो रहा। ऐसे में उच्च शिक्षा निदेशालय ने हर स्कूल से दो दिन के भीतर गाइडलाइंस के पालन की रिपोर्ट भरने के निर्देश दिए है। उच्च शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत शर्मा की ओर से यह निर्देश जारी किए गए हैं। इन गाइडलाइंस में टीचर्स की स्पेशल टीमें बनाई जाएंगी, साथ ही कई टीमों में स्टूडेंट्स को भी रखा जाएगा। रिपोर्ट में बताना होगा कि स्कूल में कहां खतरा है और क्या बचाव के उपाय किए गए हैं। आपदा प्रबंधन के तहत हर स्कूल को अपना एक इवैक्यूएशन प्लान मैप के साथ तैयार करना होगा जिसके बारे में ट्रेनिंग के जरिए स्टूडेंट्स को भी बताना होगा। इसके अलावा स्कूल में नॉन-स्ट्रक्चरल असेस्मेंट होगी।