जवाली। कैंसर एक ऐसी भयानक बिमारी है, जो इनसान को मौत के मुंह में ले जाती है। शरीर धीरे-धीरे अंदर से खोखला होने लगता है। कहते हैं कि कैंसर का इलाज नहीं है, लेकिन अब यह पुरानी बातें हो चुकी हैं। डा. राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा (कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश) अस्पताल में कार्यरत कैंसर विशेषज्ञ डा. पूर्वा व्यास ने बताया कि अगर समय पर सही इलाज मिल जाए, तो किसी भी स्टेज का कैंसर मरीज ठीक हो सकता है।
कैंसर कई प्रकार का है, जैसे लंग कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, पेंक्रियाटिक कैंसर, ओवेरियन कैंसर, मुंह का कैंसर इत्यादि। अब हर तरह के कैंसर का इलाज संभव है। उन्होंने बताया कि अब कैंसर का इलाज नई तकनीक से और भी कारगर किया जा रहा है। टांडा अस्पताल में चार स्टेज के कैंसर के मरीज सर्जरी, रेडियो थैरेपी, किमो थैरेपी, टारगेटेड थैरेपी की सहायता से मरीज पूर्णतया स्वस्थ हो रहे हैं। किमो थेरेपी में पूरे शरीर के सेल्स को ठीक किया जाता है, जबकि टारगेटेड थैरेपी में एक पर्टिकुलर जगह के सेल्स को ठीक किया जाता है। टांडा अस्पताल में प्रतिदिन 80 से ज्यादा किमो थैरेपी की जाती हैं और रेडिएशन या टारगेटेड थैरेपी भी 80 या 90 से अधिक प्रतिदिन की जाती हैं। कई लोगों में ऐसी भी धारणाएं हैं कि कैंसर छूने से फैल सकता है।
डा. पूर्वा व्यास ने बताया कि ऐसा बिलकुल नहीं है। कैंसर न तो छूने से फैलता है और न ही किसी का जूठा खाने से फैलता है और इसका इलाज बिलकुल संभव है। हालांकि सरकारी अस्पताल में इसका इलाज मुफ्त में किया जा रहा है। रेडियोथेरेपी व पेट के कैंसर के लिए अलग से अढ़ाई लाख की राशि से मुफ्त में इलाज की सुविधा उपलब्ध की जा रही है और गले के कैंसर के लिए अलग से एक लाख रुपए तक मुफ्त सुविधा है। इसलिए विशेषज्ञों के अनुसार समय को न गंवाकर जल्द से जल्द कैंसर का इलाज कर लिया जाए, तो किसी भी स्टेज का कैंसर हो, उसे जड़ से खत्म किया जा सकता है।