नई दिल्ली। चाय-कॉफी एक ऐसा पेय पदार्थ है, जिसे हर इनसान पसंद करता है। खुशी हो या गम। मेहमाननबाजी हो या कोई कार्यक्रम। सबसे पहले चाय या कॉफी ही सर्व की जाती है। हालांकि चाय से इनसान को परहेज ही करना चाहिए, क्योंकि इससे कई तरह के रोगों का जन्म होता है, लेकिन आप चाय के शौकीन हैं, तो बिना चीनी के इसे ले सकते हैं।
दूसरी तरफ कॉफी की बात करें, तो इसे चाय से अप्पर लेवल का माना जाता है। कॉफी में मौजूद कैफीन शरीर को कई तरह से सुरक्षित रखती है। बस इसकी मात्रा सीमित होनी चाहिए। विशेषज्ञ भी कहते हैं कि दिन में तीन या चार कप कॉफी का सेवन किया जाए, तो यह ह्यूमन बॉडी को कई तरह के रोगों से बचाती है। इसके लिए यह जरूरी है कि आप कितनी मात्रा में इसका सेवन कर रहे हैं। एक सीमित मात्रा में मसलन तीन कप कॉफी शरीर के लिए लाभदायक है, लेकिन अगर आप रोजाना पांच से छह कप कॉफी का सेवन कर रहे हैं, तो यह आपके लिए घातक भी सिद्ध हो सकती है। कैफीन यानी की कॉफी का ज्यादा सेवन शरीर से कैल्श्यिम को खत्म कर देता है, जिससे हड्डियां कमजोर पडऩे लगती हैं, लेकिन अगर आप रोजाना तीन कप कॉफी का सेवन कर रहे हैं, तो आप कई तरह की बिमारियों से बच सकते हैं। आज हम बताएंगे कि सीमित मात्रा में कॉफी के सेवन के क्या-क्या फायदे हैं।
कॉफी के फायदे और नुकसान
- शेधकर्ताओं का कहना है कि कॉफी से मोटापा दूर होता है और शरीर स्लिम रहता है
- स्वीडन के शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर दिन में तीन कप कॉफी पी जाए, तो इससे ब्लड शुगर का लेवल कम रहता है और शुगर बढ़ती नहीं
- कैफीन का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म तीन से 11 प्रतिशत तक बूस्ट हो जाता है
- यही नहीं, मोटापे और हृदय संबंधी बिमारियों में भी कॉफी के सेवन से राहत मिलती है। हालांकि डाक्टरों की राय लेना भी जरूरी है
- कुछ रिसचर्स कहते हैं कि कॉफी शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ाने में मदद करती है
- अगर इनसान को पहले से ही शुगर है, तो 200 मिलीग्राम कॉफी इसके लिए खतरानक भी हो सकती है। ऐसे में डाक्टरी सलाह जरूरी है
- गर्भवति महिलाओं या ब्रेस्ट फीड करवाने वाली महिलाओं को कॉफी का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए
- नर्सेस हैल्थ स्टडी के मुताबिक छह से ज्यादा कप काफी पीने से पुरुषों में शुगर का रिस्क 50 प्रतिशत बढ़ जाता है, जबकि चार से पांच कप पीने से डायबटीज का खतर 30 प्रतिशत कम हो जाता है