नई दिल्ली। हमारे शरीर में किडनी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। खाने या पीने के बाद लिवर में जो भी व्यर्थ पदार्थ रह जाते हैं, उन्हें फिल्टर कर देती है। यानी कि लिवर द्वारा पाचन प्रक्रिया के बाद जो भी विषाक्त पदार्थ हमारे शरीर में रह जाते हैं, किडनी उन्हें फिल्टर करती है। अगर किडनी में गड़बड़ हो जाए, तो यह शरीर के बाकी ऑर्गेन को डिफेक्टिड कर देती है, जिससे मानव मौत के मुंह तक पहुंच जाता है।
किडनी की अहमियत में इसी से लगा सकते हैं कि बॉडी में भगवान ने दो किडनियां दी हैं। यदि इसमें से एक खराब भी हो जाए, तो भी हम एक नॉर्मल जिंदगी जी सकते हैं। ऐसे में हम कह सकते हैं कि किडनी का सेहतमंद होना बेहद जरूरी है, लेकिन मौजूदा समय में बदलते खानपान की वजह से किडनी खराब हो जाती है। यदि किडनी खराब हो जाए, तो इसके संकेत तुरंत नहीं आते। अकसर देखा गया है कि 50 से 60 प्रतिशत किडनी खराब होने के बाद ही इसके लक्षण सामने आने लगते हैं।
यह हैं संकेत
- पेशाब करने में बदलाव। पेशाब में अगर झाग बन रहा है, तो यह किडनी खराब होने के शुरूआती लक्षण हैं। यानी कि पेशाब में हमारे शरीर का प्रोटीन बह रहा है। किडनी खराब होने के संकते खून और मूत्र में पहले से ही आने लगते हैं।
- हाथ-पैर में झनझनाहट, खुजली, कमजोरी आना, भूख नहीं लगना, खून की कमी। हड्डियों में दर्द आदि।
- शरीर में पानी बढऩे लगता है। मुंह में सूजन आ जाती है। इसके अलावा एंकल और पैरों में भी सूजन आने लगती है।
यह है उपचार
- सबसे पहले शुगर और ब्लड प्रेशर का बढऩा। किडनी को बचाने के लिए इन दोनों का कंट्रोल करना बेहद जरूरी है।
- किडनी को सेहतमंद रखने के लिए आपको उपने डाइट चार्ट में बदलाव करना होगा।
- ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, (दिन में 4-5 लिटर) ताकि मूत्र मार्ग से विषैले पदार्थ निकल जाएं
- नमक का कम से कम इस्तेमाल करें। चाय-कॉफी कम पिएं (दिन में एक से दो कप)।
- हफ्ते में कम से कम दो बार काढ़ा जरूर पिएं, फल खाएं। शराब न पिएं। जंक फूड का त्याग करें।
- सिट्रिक फ्रूट खाएं। खाने में सलाद के साथ नींबू जरूर खाएं।
- व्यायाम जरूर करें, पैदल चलें। शरीर का पसीना निकालें।