आज से शिमला में रहना होगा महंगा

लोगों को संपत्ति और गाड़ी खरीदने पर नगर निगम को देना पड़ेगा टैक्स

स्टाफ रिपोर्टर—शिमला
राजधानी शिमला में पहली अप्रैल से शहर में रहना और ज्यादा महंगा हो जाएगा। शनिवार से लोगों को संपत्ति से लेकर वाहन खरीदने पर नगन निगम को टैक्स देना पड़ेगा। नगर निगम प्रशासन ने अपने बजट में इसके लिए प्रावधान किया है। शहर में संपत्ति खरीद पर 2007 की तर्ज पर दो प्रतिशत पंजीकरण शुल्क नगर निगम को देना होगा। वहीं, वाहन पंजीकरण के दौरान नगर निगम को एक प्रतिशत पंजीकरण शुल्क देना होगा। शराब पर प्रति बोतल लिए जाने वाले सेस काी राशि को दोस से बढ़ाकर दस रुपए कर दिया है। इसे भी वसूलना आज से ही शुरू किया जाएगा। इसी तरह से शनिवार से कूड़ा शुल्क की दर में भी दस प्रतिशत की वृद्धि हो जाएगी। शहर के लोगों को कूड़ा शुल्क के रूप में अगले महीने यानी मई से 106 के बजाय 116 रुपए देने होंगे।

घरेलू दर में दस रुपए तो होटलों और ढाबों में कूड़ा शुल्क की दर में 100 से 300 रुपए की बढ़ोतरी होगी। होटलों से कूड़ा उठाने के बिल दो से तीन हजार रुपए तक मासिक हैं। ऐसी स्थिति व्यापारिक संस्थानों की भी है, उन्हें भी 300 से लेकर 800 रुपए तक की फीस कूड़े को उठाने के लिए देनी होगी। शहर में पानी की दरों में भी दस प्रतिशत का इजाफा उच्च न्यायालय के आदेश के मुताबिक बढ़ाया जाता है। शिमला जल प्रबंधन की ओर इसकी बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया जा सकता है। इन सभी साधनों से नगर निगम को काफी आय होने की उम्मीद है।

पहली बार केंद्रीय कार्यालय से लिया जाएगा टैक्स
शहर में जो भी केंद्रिय कार्यालय चल रहे हैं इन सभी से संपत्ति कर के बजाय 75 प्रतिशत सर्विस टैक्स वसूला जाता है। पहली बार इन भवनों पर इसे वसूलने का फैसला लिया है। इनका जितना संपत्ति कर बन कर बनता है उसकी 75 प्रतिशत राशि सर्विस टैक्स के रूप में ली जानी है।

अभी शहरवासियों को टैक्स से है राहत
शहर के लोगों को अभी तक टैक्स से राहत है। तीसरा साल होने के कारण टैक्स में बढ़ोतरी देय है। चुनावी साल होने के चलते प्रशासन ने बजट में इसमें वृद्धि का कोई प्रस्ताव नहीं रखा है। ऐसे में लोग फिलहाल राहत मान कर ही चल रहे है, लेकिन पहली अप्रैल से सभी लोगों को बढ़ोतरी के साथ ही कर चुकाने होंगे।