बड़सर में अधिकारियों-कर्मचारियों की कमी

30 पंचायतों की जनता को सेवाएं देने वाली तहसील में दस पद खाली
निजी संवाददाता-बड़सर
विधानसभा क्षेत्र बड़सर की तहसील में कर्मचारियों व अधिकारियों की कमी चल रही है। हालात यह हैं कि 30 पंचायतों की जनता को सेवाएं देने वाली तहसील में दस पद रिक्त पड़े हुए हैं। पर्याप्त स्टाफ न होने के कारण लोगों को अपने काम करवाने के लिए कई-कई चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। तहसील में काम समय पर न होने के चलते पंचायत प्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिवक्ताओं ने भी सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। इनका कहना है कि तहसील में लोग अपने काम करवाने के लिए हमारे पास आते हैं, लेकिन कर्मचारियों की कमी के कारण रजिस्ट्री, इंतकाल, रजिस्ट्रेशन, बोनिफाइड, एससी, एसटी, ओबीसी प्रमाण पत्र जैसे आम काम भी समय पर नहीं हो पा रहे हैं। इस समय तहसील में क्लर्क के दो, रीडर टू नायब तहसीलदार का एक, वरिष्ठ सहायक का एक, रेजिस्ट्रेशन क्लर्क का एक, डाटा एंट्री आपरेटर का एक, असिस्टेंट आफिसर कानूनगो का एक, जयोलि देवी व बणी में पटवारी का एक-एक व बड़सर व बणी में कानूनगो का एक एक पद रिक्त पड़ा हुआ है।

अधिकारियों की कमी के बावजूद तहसीलदार बड़सर को मंदिर अधिकारी दियोटसिद्ध का कार्यभार सौंप दिया गया है। पिछले छह महीनों से लोग परेशान हैं, लेकिन प्रशासन व सरकार बड़सर तहसील की कोई सुध नहीं ले रही है। बणी पंचायत प्रधान शैलजा बन्याल, जोड़ैअंब प्रधान रजनी, बड़सर उपप्रधान राकेश शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता ओएस पटयाल, केडी शर्मा, जीडी शर्मा, संजीव बन्याल, अनुपमा शर्मा, अरुण शर्मा व सीमा बन्याल ने प्रशासन व संबंधित विभाग से तुरंत खाली पड़े पदों को भरने की मांग की है। नायब तहसीलदार सूरम सिंह का कहना है कि पिछले लगभग छह महीनों से यह पद रिक्त चल रहे हैं। इस बारे में उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया है। आशा है कि शीघ्र ही रिक्त पड़े पद भरे जा सकेंगे।