आरोपी उद्यमी की कंपनी से नकली दवाइयां बरामद, राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण की टीम की दबिश

By: May 27th, 2023 12:06 am

बद्दी में राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण की टीम की दबिश

विपिन शर्मा-बददी

नकली दवा प्रकरण में गिरफ्तार महिला उद्यमी की बद्दी स्थित फैक्टरी से राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण की टीम ने नामी कंपनियों के ब्रांड नाम का पैकेजिंग मटीरियल व नकली दवाओं की खेप बरामद की है। मामले की पड़ताल के दौरान नकली दवा के इस पूरे नेटवर्क में शामिल कुछ और लोगों व सप्लाई चेन के बारे में भी अहम जानकारी जांच दल के हाथ लगी है। इससे पूर्व मार्च माह में भी मामला सामने आने के बाद प्राधिकरण की टीम ने भारी मात्रा में नामी कंपनियों के ब्रांड को कॉपी कर निर्मित दवाओं की बड़ी खेप बरामद की थी। शुक्रवार को तीन दिन का रिमांड पूरा होने पर साइपर फार्मा बद्दी की प्रोपराइटर रजनी भार्गव को नालागढ़ स्थित कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। रजनी भार्गव के खिलाफ ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट की धारा 17, धारा 18 (ए) (1) के तहत नकली दवाओं के निर्माण को लेकर कार्रवाई की जा रही है। राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण जांच पूरी होते ही साइपर फार्मा के ड्रग लाइसेंस को रदद करने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

बताते चलें की स्पेशल टास्क फोर्स ने वाराणसी में दो मार्च को करीब 7.50 करोड़ रुपए की नकली दवाओं सहित औरंगाबाद निवासी अशोक कुमार को गिरफ्तार किया था। उस दौरान जांच से पता चला था कि इनमें से कुछ दवाओं का निर्माण बद्दी स्थित साइपर फार्मास्युटिकल्स में किया गया था। ये दवाएं बिहार, तेलंगाना जैसे राज्यों के अलावा एक गिरोह द्वारा पूर्वांचल के मेडिकल स्टोर और निजी क्लीनिकों में सप्लाई की जाती थीं। इस तरह की नकली दवाओं को वाराणसी में स्टॉक किया जा रहा था और गिरोह के नेटवर्क के जरिए पूर्वी यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और हैदराबाद के बाजारों में सप्लाई किया जा रहा था।

आरोपी सात जून तक न्यायिक हिरासत में

राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह ने चार ड्रग इंस्पेक्टरों की एक टीम ने साइपर फार्मास्यूटिकल्स के परिसर का निरीक्षण किया है, जहां कई अन्य फर्मों की मुद्रित पैकेजिंग सामग्री के साथ कुछ नकली दवाएं भी मिली हैं। रजनी भार्गव को कोर्ट से सात जून तक न्याायिक हिरासत में भेज दिया है।

नकली दवाओं का चौथा मामला

बता दें कि औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में पिछले साल सितंबर से अब तक नकली दवाओं का यह चौथा मामला सामने आया है। इससे पहले बद्दी में दो इकाइयां आर्या फार्मा ,एक्लाइम फॉर्मूलेशंस फू ड लाइसेंस की आड़ में नामी कंपनियों के ब्रांड नाम की दवाओं का अनधिकृत रूप से निर्माण कर रही थीं। एक अन्य बिना लाइसेंस वाली इकाई ट्राइजल फार्मास्युटिकल को भी ऐसा करते हुए पकड़ा गया था। डीसीए ने इन इकाइयों से करोड़ों रुपए मूल्य की दवाएं जब्त की थीं।