एनपीए बंद करने के खिलाफ उतरे डाक्टर

By: May 27th, 2023 12:11 am

प्रदेश पशु चिकित्सा अधिकारी संघ ने अधिसूचना की खिलाफत की, पहले 4-9-14 के वित्तीय लाभ रोके थे

स्टाफ रिपोर्टर-हमीरपुर
प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना के तहत अब प्रदेश में स्वास्थ्य, पशुपालन एवं आयुष विभाग में चिकित्सकों की नई नियुक्तियों पर उन्हें एनपीए का लाभ नहीं दिया जाएगा। इसका प्रदेश पशु चिकित्सा अधिकारी संघ ने विरोध कर रोष व्यक्त किया है। संघ के अध्यक्ष डा. नीरज मोहन एवं महासचिव डा. मधुर गुप्ता ने कहा है कि पिछली सरकार ने तीन जनवरी 2022 के बाद सभी वर्गों के चिकित्सकों का 4-9-14 के वित्तीय लाभ पर रोक लगा दी थी और आज प्रदेश सरकार ने हर वर्ग के चिकित्सकों की नई नियुक्तियां होने पर एनपीए पर भी रोक लगा दी जिससे समस्त चिकित्सक वर्ग में निराशा एवं दुख का माहौल है। संघ ने बताया कि हर वर्ग के चिकित्सकों को साढ़े पांच वर्ष की पढ़ाई करने के बाद ही सरकारी सेवा का अवसर प्राप्त होता है और पूरे सेवाकाल में उन्हें बहुत ही कम प्रोमोशन के अवसर मिलते हैं। चिकित्सकों को हर समय आपातकालीन सेवाओं के लिए तैयार रहना पड़ता है।

इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर ही इसकी भरपाई के लिए उन्हें 4-9-14 एवं एनपीए जैसे वित्तीय लाभ दिए जाते हैं। पशु चिकित्सक संघ ने कहा की प्रदेश सरकार तो एकदम कर्मचारी हितैषी है और सरकार ने कर्मचारियों के भविष्य की चिंता करते हुए ही उन्हें पुरानी पेंशन योजना का लाभ 20 साल बाद फिर से देकर एक नया इतिहास रच डाला है तो फिर ऐसे में भला प्रदेश सरकार चिकित्सकों की आने वाली पीढ़ी के साथ ये वित्तीय लाभ छीन कर कैसे उनका शोषण कर सकती है। पशु चिकित्सा अधिकारी संघ के पदाधिकारियों ने सरकार केइस निर्णय से न केवल पशु चिकित्सक आहत हुए हैं बल्कि स्वास्थ्य एवं आयुष विभाग के चिकित्सकों में भी भारी भरकम रोष देखने को मिल रहा है। डाक्टर मधुर गुप्ता के अनुसार प्रदेश में पहले ही हर वर्ग के चिकित्सकों का एक ज्वाइंट फ्रंट, संयुक्त संघर्ष समिति है जो चिकित्सकों के हितों का ध्यान मिल जुलकर रखती है। सरकार के इस निर्णय के खिलाफ भी यह समिति एक साथ आवाज उठाएगी और ज्वाइंट फ्रंट की हैसियत से ही शीघ्र अपना पक्ष मुख्यमंत्री के समक्ष रखेगी। पशु चिकित्सक संघ ने मुख्यमंत्री एवं सरकार से आग्रह किया है की वह जारी की गई अधिसूचना को चिकित्सकों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए तुरंत प्रभाव से निरस्त करें।